ख़बरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने हाल ही में विपक्षी पार्टियों को ओपन चैलेंज दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि स्कूल ऑफ एमिनेंस पर सवाल उठाने वाले विपक्षी नेताओं को मेरा खुला चैलेंज है कि वह मार्च 2022 से पहले शिक्षा पर एक भी ट्वीट दिखा दें। इस चैलेंज को कांग्रेसी विधायक परगट सिंह ने स्वीकार कर लिया है और लिखा कि हिंदी में बोलने से झूठ सच नहीं हो जाता।
परगट सिंह ने सबूत के साथ दिखाए ट्वीट
चैलेंज स्वीकार करते हुए विधायक परगट सिंह ने एक वीडियो भी शेयर की है। जिसमें वह स्कूलों पर अपने 2022 से पहले स्कूलों पर किए गए ट्वीट को दिखा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षामंत्री की वीडियो भी जोड़ी हुई है। जिसमें वह विपक्षी पार्टियों को चैलेंज दे रहे हैं।
सबूत भी दिखाएंगे और उनके नतीजे भी दिखाएंगे
परगट सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि चैलेंज स्वीकार है शिक्षामंत्री हरजोत बैंस। हिंदी में बोलकर झूठ सच नहीं हो जाता। मार्च 2022 से पहले के ट्वीट भी दिखाएंगे और उससे पहले स्कूलों को भी दिखाएंगे। सबसे अहम पंजाब के बच्चों और अध्यापकों के मेहनत के नतीजे भी दिखाएंगे। जिससे पंजाब के स्कूल मार्च 2022 से पहले पूरे देश में पहले नंबर पर आते रहे हैं।
हरजोत बैंस ने इन नेताओं को दिया था ओपन चैलेंज
गौर हो कि शिक्षामंत्री हरजोत बैंस ने कल प्रिंसिपल को ट्रेनिंग के लिए हरी झंडी दिखाकर सिंगापुर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों की तरफ से उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के जितने भी नेता हैं मेरा उन्हें ओपन चैलेंज हैं। हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम मजीठिया, सुखबीर बादल, राजा वड़िंग, परगट सिंह और प्रताप बाजवा से औपन चैलेंज है आप मार्च 2022 से पहले एक भी नैगेटिव और पॉजिटिव ट्वीट शिक्षा पर दिखा दें।
कभी यह एजेंडा ही नहीं रहा, कभी सरकारी स्कूलों में जाकर ही नहीं देखा। जो भी स्कूल ऑफ एमिनेंस पर सवाल उठा रहें है वह जनवरी 2023 से पहले उसकी फोटो दिखा दें। हम उसके इसका क्रेडिट दे देंगे।