खबरिस्तान नेटवर्क: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के जासूसी के आरोपों के बाद उन्हें पांच दिन की रिमांड में भेज दिया गया है। इसी बीच अब ज्योति का इंस्टाग्राम अकाउंट भी गायब हो गया है। वहीं अब यह सवाल आता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने जासूसों को कितने पैसे देती है? यह सवाल इसलिए जरुरी है क्योंकि ज्योति का सोशल मीडिया पर दिख रहे लग्जरी लाइफ और उसके संदिग्ध कनेक्शन के कारण से कयास लगाए जा रहे हैं कि उसे आईएसआई से कितनी रकम मिली होगी।
ISI ऐसे आई यूट्यूबर के संपर्क में
ज्योति मल्होत्रा के बारे में अब तक जो जानकारी सामने आई है। उसके अनुसार, वह पहले एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी लेकिन 2020 में नौकरी छोड़ने के बाद यूट्यूब चैनल ट्रैवल विद जो की शुरुआत की। इसके बाद पाकिस्तान के जासूसों के संपर्क में आई और खुफिया जानकारी लीक करने लगी। अब ये सवाल आता है कि आईएसआई अपने जासूसों को किस आधार पर पैसे देती है और कितनी राशि खर्च करती है।
ISI जासूसों को इतने पैसे देती है ज्योति मल्होत्रा
रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई जासूसों को भुगतान करने का तरीका पूरी तरह से जानकारी की महत्ता और उसके स्त्रोत पर निर्भर करती है। उदाहरण के तौर पर यदि जासूसी थाईलैंड या म्यांमार जैसे देशों से हो रही है तो इसके लिए कम पैसे दिए जाते हैं। जबकि भारत और अमेरिका जैसे देशों से जरुरी जानकारी हासिल करने के लिए आईएसआई ज्यादा खर्च करती है। हर साल पाकिस्तान सरकार आईएसआई को लगभग 5 अरब रुपये का बजट देती है जो कर्मचारियों की सैलरी और जासूसों को भुगतान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई के अधीन करीब 4 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान के जासूसों को मिलती है इतनी रकम
पाकिस्तान सरकार या आईएसआई ने इस बारे में कभी खुलासा नहीं किया लेकिन जो जासूस गिरफ्तार हुए हैं उनके खुलासों से कुछ जानकारी सामने आई है। 2025 में पंजाब पुलिस ने अमृतसर से एक आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया था। उसने बताया कि आईएसआई छोटे स्तर की जानकारी के लिए 5 हजार रुपये और बड़े स्तर का जानकारी के लिए 10 हजार रुपये देती है। 2011 में एक अमेरिकी अधिकारी ने भी यह स्वीकार किया था कि उसे पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के बदले 3 करोड़ रुपये दिए गए थे। इस घटना से यह साफ होता है कि आईएसआई जासूसों को उनकी पदवी और जानकारी के आधार पर भुगतान करती है।
जांच एजेंसियां कर रही हैं पता
ज्योति मल्होत्रा केस में अब तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि उसको कितने पैसे दिए गए थे लेकिन उसके पाकिस्तान से जुड़े कनेक्शन और जासूसी के आरोप ने इस सवाल को और गंभीर बना रहे हैं। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ज्योति को कितनी राशि मिली थी और वह किस हद तक पाकिस्तान के लिए खुफिया जानकारी लीक करती रही।