खबरिस्तान नेटवर्क: बीते दिन दुनिया के बड़े धार्मिक नेता पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। उनकी उम्र 88 थी। ऐसे में उनकी याद में भारत में तीन दिनों का राज्य शोक का ऐलान किया गया है। यह शोक 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान भारत के सभी सरकारी भवनों पर भी राष्ट्रीय झंडा आधा झुका हुआ रहेगा और किसी भी तरह का आधिकारिक मनोरंजन आयोजन नहीं होगा।
पीएम ने भी जताया था दुख
गौरतलब है कि पोप फ्रांसिस के निधन की खबर सुनकर देश और दुनिया भर में शोक की लहर दौड़ गई है। वह सामाजिक न्याय, करुणा और विनम्रता के प्रतीक के तौर पर माने जाते थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि - परम पावन पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख और स्मरण की इस घड़ी में वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोगों के द्वारा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के तौर पर हमेशा याद किया जाएगा। छोटी उम्र में ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। उन्होंने गरीबों और दलितों की लगन से सेवा की है जो लोग पीड़ित थे उनके मन में उन्होंने आशा की भावना जगाई।
अंतिम श्रद्धांजलि के बाद होगा संस्कार
पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर को कार्डिनल्स के एक समूह की स्वीकृति मिलने तक बुधवार 23 अप्रैल को सेंट पीटर्स बेसिलिका में भेजा जा सकता है। 9 दिनों शोक के दौरान उनका पार्थिव शरीर सेंट पीटर्स बेसिलिका में रखा जाएगा। वहां लोग पोप को अंतिम श्रद्धांजलि दे सकेंगे। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा जो 6 दिनों के अंदर होगा।