राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल स्वीकार नहीं हुआ है। ऐसे में सरकार उन्हें मनाने की कोशिश कर सकती है। किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि अगर भाजपा दौसा लोकसभा सीट हार जाती है तो वह इस्तीफा दे देंगे।
कहा- अपनी बात से मुकर नहीं सकता
मीणा ने कहा वे दो दिन से दिल्ली में थे। उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री ने बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। मीणा ने कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है। मैंने इस्तीफा देने का कहा था, इसलिए मुकर नहीं सकता।
प्राण जाई पर बचन ना जाई
वहीं किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफे की खबरों के बीच ट्वीट भी आया है। जिसमें मीणा ने लिखा है रघुकुल रीति सदा चलि आई, प्राण जाई पर बचन न जाई। जिसे उनके लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए बयानों से जोड़कर देखा जा रहा है।
सीएम को लिखे कई पत्र
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में राज्य मीणा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को कई पत्र लिखे हैं। 14 मई को लिखे गए पहले पत्र में मीणा ने शहर के गांधीनगर इलाके में एक बहुमंजिला आवासीय परियोजना में सरकारी खजाने को 1,146 करोड़ रुपये के संभावित नुकसान की ओर इशारा किया था। इस तरह के पत्रों के सामने आने से अटकलें चली थीं कि किरोड़ी लाल मीणा अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल बैठे हैं।
पीएम मोदी की रैली में कही थी ये बात
बता दें कि किरोड़ी लाल मीणा ने पीएम मोदी की रैली में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे 7 सीटों की जिम्मेदारी थी। इस बार अगर इन सात सीटों में से एक भी सीट हार गया तो मैं कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दूंगा। इन सात में से एक बेहद महत्वपूर्ण सीट जहां मीणा की खासी पकड़ मानी जाती है जो दौसा है। जहां से कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा ने बड़ी जीत हासिल की है।