पंजब के पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया आय से अधिक संपत्ति के मामले में 47 दिनों से नाभा जेल में बंद हैं। मजीठिया की बैरक बदलवाने की अर्जी पर आज अदालत में सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने मामले की सुनवाई 28 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी है।
गौरतलब है कि मजीठिया ने मोहाली अदालत में अपनी बैरक को ऑरेंज कैटेगरी में बदलने के लिए याचिका दायर की थी, जिसमें अदालत के आदेश पर ए.डी.जी.पी. जेल कि तरफ से एक सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट भी पेश की गई थी। हालांकि आज सुनवाई किन्हीं कारणों से नहीं हो सकी। बता दें कि मजीठिया की ज़मानत अर्जी भी हाल ही में अदालत द्वारा खारिज कर दी गई है।
5 जून को किया गया था अरेस्ट
बिक्रम मजीठिया के घर 25 जून को सुबह-सुबह विजिलेंस अधिकारियों ने रेड की थी। विजिलेंस के 30 अधिकारी मजीठिया के घर रेड करने पहुंचे थे। इस दौरान मजीठिया की पत्नी गनीव कौर ने विजिलेंस अधिकारियों पर धक्का मारने के आरोप भी लगाए थे। दोपहर सवा 12 बजे मजीठिया को उनके घर से गिरफ्तार किया गया।
FIR में 540 करोड़ रुपए की संपत्ति का जिक्र
मजीठिया पर 25 जून तड़के सुबह 4 बजे केस दर्ज किया गया था FIR के मुताबिक मजीठिया के पास 540 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जो उनकी घोषित आय से कहीं ज्यादा है। वहीं मनी लॉड्रिंग के लिए शेल कंपनियों का इस्तेमाल, संदिग्ध विदेशी लेनदेन को लेकर केस दर्ज किया गया है। वहीं विजिलेंस की टीम ने बिक्रम मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और अन्य डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं।माना जा रहा है कि विजिलेंस कुछ और दिन की रिमांड मांग सकती है। मजीठिया 26 जून से हिरासत में हैं।