अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुरुद्वारा साहिब में सिरोपा भेंट किए जाने के विवाद पर सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में गुरुद्वारा बाबा बुढ़ा जी रामदास के कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
सेवादार-कथावाचक सस्पेंड
निलंबित किए गए अधिकारियों में ग्रंथी कुलविंदर सिंह, एक कथा वाचक और एक सेवादार शामिल हैं। वहीं मैनेजर प्रगट सिंह को चेतावनी देकर उनके पद से हटा दिया गया है।गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हाल ही में अमृतसर और गुरदासपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। इस दौरान वे गुरुद्वारे भी पहुंचे, जहां उन्हें मत्था टेकते समय सिरोपा भेंट किया गया।
SGPC ने कहा कि संबंधित स्टाफ राहुल गांधी की यात्रा के दौरान प्रबंधों को सही तरीके से संभालने में नाकाम रहा। संस्था ने जोर देकर कहा कि सिख धार्मिक स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए उच्च-प्रोफ़ाइल दौरों के दौरान प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है।
इससे पहले SGPC अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने आलोचनाओं के बीच इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। कई SGPC सदस्यों ने राहुल गांधी को सिरोपा भेंट करने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी।
दादी के गुनाहों के लिए पोते को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता
वहीं दूसरी तरफ SGPC की महिला सदस्य किरनजोत कौर ने फेसबुक पर पोस्ट डाल कर लिखा री बात बहुत से लोगों को अच्छी नहीं लगेगी लेकिन मैं कहना चाहती हूं। यदि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब पर हमला किया था तो कौम ने उसे बख्शा नहीं। हिसाब बराबर। उस के पोते का क्या दोष जो खुद उस समय बच्चा था। उन्होंने कभी सिखों के खिलाफ कोई बात नहीं कही। इसलिए दादी के गुनाहों के लिए उसे जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता।
