Growing millions of saffron by learning from the internet : देश के मशरूम कैपिटल सोलन में केसर उगाकर, एक नए रोजगार को बढ़ावा दे रहे हैं 36 साल के गौरव सभरवाल। एक जूते बेचने वाले से किसान बनने की कहानी आपको जरूर रोचक लगेगी। कुछ समय पहले तक खेती की कोई जानकारी नहीं थी। इंटरनेट से केसर उगाना सीखा और आज वह इस काम से लाखों का कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने अपनी पहली ही केसर क्रॉप यानि फसल को ढाई लाख रूपये में बेचा है। अगर आप ही गौरव की तरह कुछ हटकर करने का सोच रहे हैं तो उनसे ट्रेनिंग लेकर आप भी बन सकते हैं एक सफल केसर किसान।
मशरूम कैपिटल सोलन में केसर क्रॉप
हिमाचल प्रदेश के गौरव सभरवाल के पिता की एक जूते की दुकान थी और पिता के निधन के बाद वह उसी दुकान को संभाल रहे थे। कुछ समय के बाद उन्हें इस काम में आगे बढ़ने की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही थी। इसके बाद गौरव नए बिज़नेस की तलाश में थे। फिर इंटरनेट के जरिए उन्हें इंडोर केसर उगाने की जानकारी मिली। उन्हें यह आईडिया इतना पसंद आया कि उन्होंने मशरूम कैपिटल सोलन में पहली बार केसर उगाने का फैसला किया।
अपनी मेहनत के दम पर पाई सफलता
हिमाचल का सोलन शहर अपने मशरूम उत्पादन के लिए देशभर में मशहूर है। लेकिन आज यहां के युवा, केसर उगाकर रोजगार की एक नई राह बना रहे हैं। बकौल, गौरव सभरवाल, यह एक रिस्क भी था लेकिन मैंने यह रिस्क लिया। इंटरनेट पर रिसर्च करके इसको शुरू किया। प्रधानमंत्री स्टार्टअप योजना से मिले फण्ड और अपनी मेहनत के दम पर आज गौरव न सिर्फ एक सफल केसर किसान बन गए बल्कि हिमाचल के दूसरे युवाओं को भी इसकी ट्रेनिंग देकर नए रोजगार की राह दिखा रहे हैं।