जालंधर लोकसभा चुनाव के लिए 1 जून को वोटिंग के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों और वीवीपैट्स की दूसरी रैंडमाइजेशन जनरल ऑब्जर्वर जे.मेघनाथ रेड्डी और डिप्टी कमिश्नर कम चुनाव अधिकारी डॉ. हिमांशु अग्रवाल की निगरानी में पूरी की गई। इस दौरान सभी अलग-अलग पार्टियों के उम्मीदवार उपलब्ध रहे थे।
1951 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं
डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि जिले में वोटिंग बिना किसी रुकावट के पैदा हो इसके लिए उचित प्रबंध किए गए हैं। जिसके तहत 1951 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। जिनके लिए कुल 4682 बैलट यूनिट, 2340 कंट्रोल यूनिट और 2533 वीवीपेट्स बूथ के मुताबिक रैंडमाईज़ेशन की प्रक्रिया पूरी की गई है।
हर पोलिंग बूथ पर दो बैलेट यूनिट लगाए जाएंगे
उन्होंने आगे बताया कि बैलट और कंट्रोल यूनिट 20-20 प्रतिशत और वीवीपेट्स 30 प्रतिशत आरक्षित रखे गए है। लोकसभा हलके लिए उम्मीदवारों की गिनती 15 से अधिक होने के कारण हर पोलिंग बूथ पर दो बैलट यूनिट लगाए जाएंगे।
इस दौरान यह अधिकारी मौजूद रहे
इस दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर डा. अमित महाजन, डी.आई.ओ. रणजीत सिंह, ई.वी.एम. नोडल अधिकारी डा. दमनदीप सिंह, चुनाव तहसीलदार सुखदेव सिंह और उम्मीदवार और राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।