गैर कानूनी तरीके से पंजाबियों को बाहर भेजने के मामले को लेकर जालंधर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल एक्शन मोड में आ गए। इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों के साथ मीटिंग की और इमिग्रेशन कंपनियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर जांच ऑपरेशन शुरू करने का निर्देश दिए है। जिसमें कहा गया है कि एसडीएम अपने इलाकों में आने वाले रजिस्टर्ड इमिग्रेशन सेंटर की सख्ती से जांच करें और अवैध इमिग्रेशन के खिलाफ कार्रवाई करें।
इमिग्रेशन कंपनियों को दी नसीहत
डीसी अग्रवाल ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य लोगों को एजेंटों की धोखाधड़ी से बचाने का है और यह सुनिश्चित करना है कि इमिग्रेशन कंपनियां कानूनी ढांचे के भीतर काम करें। यह जरूरी है कि इमिग्रेशन सलाहकार विदेश में अवसरों की तलाश कर रहे व्यक्तियों के किसी भी शोषण को रोकने के लिए निर्धारित नियमों का पालन करें।
डिपोर्ट हुए युवाओं की मदद की जाएगी
वहीं अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवाओं की मदद के लिए डिप्टी कमिश्नर ने हाथ बढ़ाया है। डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार संकट के समय में इन युवाओं के साथ मजबूती से खड़ी है। युवाओं को आवश्यक सहायता प्रदान करने में सरकार और प्रशासन द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
रजिस्टर्ड इमिग्रेशन से संपर्क करने की सलाह दी
डिप्टी कमिश्नर ने विदेश जाने के इच्छुक लोगों से गंभीर वित्तीय और व्यक्तिगत नुकसान से बचने के लिए हमेशा इमिग्रेशन के लिए कानूनी रास्ते चुनने का आग्रह किया। वहीं उन्हें केवल रजिस्टर्ज इमिग्रेशन सलाहकारों से संपर्क करने की सलाह दी, जिनकी सूची www.jalandhar.nic.in और www.emigrate.gov.in पर उपलब्ध है।
हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया
डीसी ने कहा कि विदेश जाने वाले लोग महानिरीक्षक हेल्पलाइन नंबर 9530641790 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जिला रोजगार और उद्यम ब्यूरो (डीईईबी) ने विदेशी रोजगार चाहने वालों के लिए एक पूर्व-प्रस्थान अभिविन्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। इच्छुक उम्मीदवार नामांकन के लिए ब्यूरो हेल्पलाइन नंबर 9056920100 पर संपर्क कर सकते हैं।