ख़बरिस्तान नेटवर्क : शादी में जूते चुराने की प्यार भरी नोकझोंक वाली रस्म में दूल्हे ने कुछ ऐसा कह दिया कि लड़की वालों ने उसे कमरे में बंद कर लाठी डंडों से पीट दिया। मामला उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले का है। दूल्हे की वीडियो भी वायरल है।
भिखारी कहने पर शुरू हुआ विवाद
हुआ यूं कि सालियों ने जब जीजा का जूता चुरा लिया तो उन्होंने पचास हजार रुपए की मांग कर दी। इस पर दूल्हे ने पांच हजार रुपए ही दिए। इस पर किसी ने दूल्हे को भिखारी कह दिया। बस विवाद शुरू हो गया, जो इतना बढ़ा कि पुलिस बुलानी पड़ गई।
उत्तराखंड के चकरौता निवासी निसार अहमद के बेटे मोहम्मद साबिर की शादी बिजनौर की रहने वाले खुर्शीद की बेटी से तय हुई थी। 5 अप्रैल को बारात लड़की वालों के घर पहुंची। एक-एक कर रस्में होने लगीं। फिर आई जूता चुराई की रस्म। दूल्हे की सालियों ने मौका देखते ही जूता चुरा लिया और छिपा दिया।
सालियों ने जूते के लिए 50 हज़ार रुपये की डिमांड रखी
सालियों ने जूता वापस करने के बदले 50 हज़ार रुपये की डिमांड रखी। काफी बहस के बाद 5 हज़ार रुपये देने पर सहमति बनी और दूल्हे ने कैश देकर जूते पहन लिए। इसी दौरान लड़की वालों की ओर से एक महिला ने दूल्हे को भिखारी कह दिया।
फिर क्या नों पक्षों में बहस शुरू हो गई। जो फिर मारपीट में बदल गई। दूल्हे का आरोप है कि दुल्हन के परिवार वालों ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और लाठी-डंडों से पीटा।
लड़के वालों ने अभद्र भाषा का किया इस्तेमाल
वहीं, लड़की वालों का आरोप है विवाद तब बढ़ा जब साबिर के परिवार ने 'गिफ्ट' में मिले सोने की क्वालिटी पर सवाल उठाए। दुल्हन के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि जब साबिर से पूछा गया कि वह लड़की को अधिक तरजीह देता है या पैसा को — तो उसने कहा, “मुझे लड़की से ज़्यादा पैसा प्यारा है।” लड़के पर स्विफ्ट कार मांगने का आरोप है, जिसके लिए उसे दो लाख रुपए का चेक भी दिया गया। लड़के वालों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
मामला बढ़ा तो पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। दूल्हा और दुल्हन के परिवार थाने पहुंचे, जहां उन्होंने घटना की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि समझौता हो गया है।