जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे पर स्थित पंजाब का सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा 1 महीने से फ्री है। किसानों ने 16 जून को टोल पर धरना लगाया था। धरना उठा लिया गया है मगर किसानों ने टोल प्लाजा पर केबिनों को ढक कर बंद कर दिया है। वहीं आज किसान संगठनों ने टोल प्लाजा पर बैठक की और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से जांच की मांग की।
किसान यूनियन के नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि टोल एजेंसी वालों के पास ना तो कोई कागज हैं, और ना ही किसी तरह की परमिशन जो कि वह हाईकोर्ट में भी नहीं दिखा सके।
अब तक 30 करोड़ का नुकसान
बता दें कि टोल एजेंसी को अब तक 30 करोड़ के करीब नुकसान भी हो चुका है। ये टोल काफी सालों से अवैध तौर पर चल रहा है। किसना नेता का कहना है कि इस टोल की सीएम भगवंत मान को भी जांच करवानी चाहिए क्योंकि इसमें जो घपला चल रहा है।
23 जुलाई को हाईकोर्ट में सुनवाई
जिसमें पंजाब व केंद्र के कई बड़े बड़े लीडर भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर जांच निष्पक्ष तरीके से हो तो सारी सच्चाई सामने आ सकती है। किसान नेता दिलबाग ने बताया कि हाईकोर्ट ने दोबारा अब 23 जुलाई की तारीख दी है। उन्होंने हाईकोर्ट को ये भी बता दिया है कि किसी भी टोल लगने से पहले सारे मापदंड पूरे होने चाहिए।
टोल प्लाजा नहीं है ये सुविधा
लेकिन यहां किसी तरह की सहूलियतें नहीं हैं। यहां ना तो आम लोगों के लिए शौचालय है, और ना ही पीने का पानी। यहां तक की विश्राम के लिए भी कोई सहूलियत नही हैं। इसके अलावा यहां कोई पुलिस कंट्रोल रूम भी नही है। उन्होंने कहा कि इस टोल पर ना ही किसी तरह की एम्बुलेंस का प्रबंध है।