चंडीगढ़ बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। किसानों का तीन दिवसीय धरना आज 2 दूसरे दिन पहुंच चुका है। किसान केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दूर-दूर से किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों में पहुंच रहे हैं।
अगर पुलिस ने रोका तो उसी जगह करेंगे प्रदर्शन
किसानों ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन की तरफ से उन्हें रोकने की कोशिश की गई तो वह उसी जगह ही धरना प्रदर्शन करना शुरू कर देंगे। किसान का कहना है कि आंदोलन के दौरान केंद्र ने जिन बातों पर सहमति जताई थी, वो पूरी नहीं हुई हैं। खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए गए।
आज होगी मीटिंग
किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के सभी किसान एयरपोर्ट रोड धरना स्थल पर जुटेंगे। किसानों की आज मीटिंग है और इसमें अगली रणनीति तय की जाएगी। गौर हो कि किसानों ने 3 दिन यानी 28 नवंबर तक हड़ताल का ऐलान किया है। दिल्ली के सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन की तरह किसान पूरे साजो-सामान के साथ पहुंचे हैं।
मोहाली और पंचकूला पुलिस ने भी की तैयारी
किसानों के धरने को लेकर मोहाली पुलिस ने एयरपोर्ट रोड पर बैस्टैग मॉल के पास अपना एक बैरिकेडिंग किया हुआ है। यहां पर तीन SP और सात DSP लेवल के अधिकारियों की तैनाती की गई है। चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस की बैठक में जो तय हुआ था, उसके अनुसार मोहाली पुलिस ही किसानों को आगे नहीं बढ़ने देगी। उन्हें धरना स्थल पर ही रोक लिया जाएगा।
ये हैं किसानों की मुख्य मांगें
- किसानों की मुख्य मांगें हैं कि केंद्र सरकार एमएसपी को कानूनी अधिकार दे, बिजली संशोधन बिल वापस ले।
- पंजाब सरकार से मांग है कि बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाए।
- इसके अलावा किसानों की मुख्य मांग है कि लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों को जल्द न्याय दिया जाए।