कुवैत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए 18 साल से कम उम्र के बच्चों के टैटू बनवाने पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही हेयर डाई, टैनिंग और किसी भी तरह का कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट भी बैन रहेगा। बता दे कि सरकार ने ये फैसला हेल्थ को लेकर लिया है। टैटू बनवाने के प्रोसेस में सुइयों और शार्प टूल्स का इस्तेमाल होता है, जिन्हें अगर बार-बार अलग-अलग ग्राहकों पर इस्तेमाल किया जाए तो HIV, हेपेटाइटिस-B, हेपेटाइटिस-C और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
केवल सुरक्षित और सही टूल्स का इस्तेमाल करें
सरकार ने आदेश दिया है कि सभी सैलून स्थायी टैटू डिवाइस हटाएं और केवल सुरक्षित और सही टूल्स का इस्तेमाल करें। कुवैत ने नई हेल्थ गाइडलाइन्स में बच्चों और युवाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। सरकार का मानना है कि कम उम्र में रसायनों और इंक से जुड़े प्रयोग बच्चों की सॉफ्ट स्कीन और हेल्थ को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते है।
नए निर्देशों में 130 से ज्यादा नियम शामिल
कुवैत सरकार का यह कदम केवल टैटू या सैलून तक सीमित नहीं है। नए निर्देशों में 130 से ज्यादा नियम शामिल है । सैलून कर्मचारियों के लिए अनिवार्य हेल्थ सर्टिफिकेट। साथ ही सभी वर्कर्स का नियमित मेडिकल चेकअप। जिम और स्विमिंग पूल में लाइफगार्ड की मौजूदगी।
वही CPR और फर्स्ट एड ट्रेनिंग अनिवार्य। संस्थानों में हाइजीन और सैनिटेशन की नियमित जांच। बता दे कि इन उपायों से कुवैत का लक्ष्य है कि उसका हेल्थ स्टैंडर्ड्स अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क तक पहुंचे और लोगों को को सुरक्षित सेवाएं मिलें।