उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा 26 अगस्त से शुरू हो रही है जो 11 सितंबर तक चलेगी। इस बार यात्रा करने वाले हर श्रद्धालु का पंजीकरण होगा। मणिमहेश जाने वाला कोई भी व्यक्ति www.manimaheshyatra.hp.gov.in पर पंजीकरण करवा सकता है।
यात्रा 26 अगस्त से 11 सितंबर तक चलेगी
मणिमहेश यात्रा भी अमरनाथ यात्रा की तरह कठिन है। यह यात्रा आधिकारिक तौर पर 26 से शुरू होगी । यह यात्रा 11 सितंबर तक चलेगी। भरमौर के हड़सर से मणिमहेश के लिए खड़ी चढ़ाई शुरू होती है। मणिमहेश झील तक पहुंचने में 10 से 12 घंटे लगते हैं। इस यात्रा के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। सभी श्रद्धालु डल झील में डुबकी लगाते हैं।
यात्रा की तैयारियों को लेकर बचत भवन में आयोजित बैठक के दौरान यह जानकारी एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने दी। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने की। इसमें मणिमहेश यात्रा के दौरान प्रशासनिक दायित्वों और श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं पर चर्चा की गई।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखा जाएगा ख्याल
श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत कानून व्यवस्था, सड़कों की मरम्मत, परिवहन सुविधा, यातायात व पार्किंग प्रबंधन, साफ-सफाई, पंजीकरण, भोजन-रहने संबंधी व्यवस्थाओं, जलापूर्ति, चिकित्सा सुविधा, विद्युत एवं ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं, दूरसंचार व सूचना प्रणाली, संभावित आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों के अलावा पर्यटन को बढ़ावा देने संबंधी गतिविधियों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।
हेली टैक्सी सेवा भी मिलेगी
पठानिया ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित अलग अलग कार्यों व व्यवस्थाओं को समय रहते पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार इस बार मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को हेली टैक्सी सुविधा चंबा से उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है।