जालंधर नगर निगम यूनियन व निगम अफसरशाही में चल रहे टकराव के कारण निगम कर्मचारियों ने दफ्तरों को ताले लगा दिए, निगम यूनियन के ओहदेदार पवन बाबा, विक्की सहोता वह अन्य की देखरेख में यूनियन के सदस्यों ने दफ्तर में ताले लगा दिए l जिसके चलते कई अफसर निगम में आए ही नहीं जो अफसर आए वह भी अन्य किसी दफ्तर में बैठे नजर आए बाद में मुलाजिमों ने निकाय मंत्री बलकार सिंह से बातचीत के बाद ताले खोल दिए। इस मौके पर सनी सहोता, विक्की, बंटी, छोटा राजू और पवन बाबा मौजूद थे।
यहां यह बता दें की यूनियन की कुछ मांगों को लेकर 3 दिन से भरोसा ही दिया जा रहा था l जिसके चलते मुलजीमो रोष जाहिर करते हुए कमरे में ताले लगा दिए I जब भी संबंध में असिस्टेंट कमिश्नर राजेश खोखर से बात की तो वह मीडिया के सवालों का जवाब देने से बचते नजर आए।
6 बजे निकाय मंत्री के साथ मीटिंग
यूनियन के सदस्यों ने कहा कि जैसे ही निकाय मंत्री बलकार सिंह को पता लगा तो उन्होंने फोन पर आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा उनके साथ चंडीगढ़ में पहले मीटिंग की जा रही है। सनी सहोता ने बताया कि 6 बजे के करीब निकाय मंत्री बलकार सिंह के साथ मीटिंग है। वहां पर क्या फैसला आता है, उसके बारे में बाद में बताया जाएगा।अगर उनके हक में फैसला नहीं आता है तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
पहले बन गई थी सहमति
इससे पहले जालंधर नगर निगम की 12 यूनियनों ने मांगे पूरी करने के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म कर दी थी। निगम सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान सनी सहोता ने बताया था कि मांगें न पूरी होने के कारण नगर निगम की 12 यूनियन काम ठप कर प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठी थीं।
जॉइंट कमिश्नर पुनीत शर्मा का उन्हें कॉल आया। जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी कमिश्नर रिशिपाल के साथ बात हो गई है। वह उनकी मांगें मानने के लिए तैयार हैं। बुधवार को उन्होंने सभी यूनियन के साथ बात करने के बाद हड़ताल खत्म करने का फैसला किया था। सहोता ने कहा था कि यूनियन और प्रशासन के बीच मीटिंग होगी।
जॉइंट कमिश्नर पुनीत शर्मा ने कहा कि था उनकी कमिश्नर रिशिपाल से बात हुई थी। जिसके बाद उन्होंने यूनियन के कर्मचारियों के साथ हड़ताल को खत्म करने की बात कही थी।
यूनियन कर्मचारियों की मांगें
1. एक डिपार्टमेंट में सालों से काम कर रहें क्लर्कों की बदली की जाए।
2. कर्मचारियों को उसकी कैटेगिरी के हिसाब से ही उसी पद पर काम करवाया जाए।
3. जिन कर्मचारियों की तरक्की बनती है। उन कर्मचारियों को तरक्की दी जाए। कुछ कर्मचारी गलत तरीके से फार्म बेचते हैं। इसकी जांच की जाए और फार्म बेचने वाले कर्मचारियों पर बनती कार्रवाई की जाए।
4. वर्कशॉप में काम करने वाले क्लर्क व मुलाजिम की ड्यूटी की टाइमिंग में समय-समय पर बदली की जाए। दर्जा चार मुलाजिमों को प्रमोशन दी जाए।