योग को प्राचीन काल से ही बॉडी और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता रहा है। इससे आपकी काम करने की शक्ति बढ़ती है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। ऐसे में आप अपने बच्चों को भी योगासन करने के लिए प्रेरित करें। दरअसल कम उम्र में हम जैसी लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं बूढ़ापे में वैसी ही जिंदगी गुजारनी पड़ती है।
मतलब की अगर हम आज हेल्दी फूड्स अपनी डाइट में शामिल करते हैं और रोजाना एक्सरसाइज, योग करते हैं तो इसका फायदा न सिर्फ अभी मिलेगा बल्कि 50-60 की उम्र में भी हम सेहतमंद रहते हैं। वहीं आज की लाइफस्टाइल और डाइट बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत पर काफी नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।
हाल ही में मिनिस्ट्री ऑफ आयुष ने X पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमे बताया गया है कि योग बच्चों के स्वास्थ्य को संतुलित रखने में सहायक होता है। गोमुखासन, बच्चों के फेफड़ों की क्षमता में सुधार करता है, उनके श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर, और उनकी भुजाओं व कंधे की मांसपेशियों को लचीला बनाता है। आइए जानते है क्या है गोमुखासन, इसे किस तरह किया जाता है।
क्या होता है गोमुखासन
इस योग को करते समय शरीर का आकार गाय के मुख के समान नजर आता है जिस वजह से इसे'गोमुखासन कहा जाता हैं। हालांकि अंग्रेजी में इसे ' द काऊ पोज ' कहा जाता हैं। गोमुखासन महिलाओं के लिए ही नहीं बच्चों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
जानिए गोमुखासन से मिलने वाले अन्य फायदें
वजन कम होता है
बॉडी मसल्स मजबूत होती है
रीढ़ की हड्डियां सीधी रहती है
पैर में ऐंठन की समस्या दूर होती है
इसे डेली करने से श्वसन संबंधी समस्याएं दूर होती है
कूल्हे में दर्द रहता है तो उसके लिए यह लाभकारी
कमर दर्द की समस्या दूर होती है
इससे डायबिटीज का खतरा कम होता है
लिवर और किडनी से जुड़ी समस्या में आराम
शरीर लचीला बनाए रखने और सुडौल बनाने में मददगार
ध्यान रहे कि बवासीर और सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस जैसी समस्याओं से पीड़ित लोग इस योग को न करें इससे उनकी प्रॉब्लम बढ़ सकती है।
गोमुखासन इस तरीके से करें मिलेगा लाभ
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप योग मैट पर सुखासन या क्रॉस पैर वाली मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद अपने बांए पैर को आराम से अपने शरीर की तरफ खींचने का प्रयास करें। फिर अपने दायं पैर को बांए पैर की जांघों के ऊपर रखें और उसे भी खींचकर अपने शरीर के पास ले आयें।
अब अपने दाएं हाथ को कंधे के ऊपर करें और कोहनी के पास से मोड़कर अपनी पीठ के पीछे जितना अधिक हो सके ले जाएं। उसके बाद बाएं हाथ को भी कोहनी के पास से मोड़े और पेट के साइड से पीछे की ओर पीठ पर ले जाएं।
अब दोनों हाथों को खींचकर आपस में मिलाने की कोशिश करें और पीठ के पीछे हाथों को एक दूसरे से पकड़ लें। अब आप इसी मुद्रा में कुछ देर तक रहें और 10-12 बार सांस लें। फिर आराम से सामान्य स्थिति में आयें।
इस योग करते समय न करें ये गलतियां
कंधे, पीठ, गर्दन, घुटनों में ज्यादा समस्या होने पर यह योग न करें
यह आसन करते समय कोई तकलीफ होने पर तुरंत योग विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह लें
शुरुआत में पीठ के पीछे दोनों हाथो को आपस में न पकड़ पाने पर जबरदस्ती न करें
गोमुखासन का समय अभ्यास के साथ धीरे-धीरे बढ़ाए, एक दम से बढ़ाने की गलती न करें