यूं तो लोगों में कब्ज और गैस की समस्या होना आम बात है। लेकिन रोजाना ये समस्या होना ठीक नहीं हैं क्योंकि यह आगे चल कर किसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है। ऐसे में अगर आपको भी खाना खाने के बाद या अन्य किसी वजह से कब्ज और गैस की समस्या होती है।
अगर हां तो आप रोजाना थोड़ी सी फिज़िकल एक्टिविटी करके इस प्रॉब्लम से निजात पा सकते हैं। दरअसल योग को अपने दिनचर्या में शामिल करने से पाचनतंत्र को दुरुस्त रखा जा सकता है। वहीं कुछ योग मुद्राएं है जिन्हें हाथों के जरिएं करके इन समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
बता दें कि ये योग मुद्राएं बॉडी में एनर्जी एक्टिव करते हैं। साथ ही यह बॉडी को डिटॉक्स कर डाइजेस्टिव संबंधी समस्याओं को दूर करते हैं। इन मुद्राओं को रोजाना खाली पेट या भोजन के दो घंटे बाद करना चाहिए। आइए इन समस्याओं को दूर करने के लिए ऐसे 3 योग मुद्राओं के बारे में जानते हैं।
पुषान मुद्रा
अगर आप कब्ज और गैस की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान हैं तो आप पुषान मुद्रा की मदद लें सकते हैं। दरअसल इसे करने से डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच दूर होती हैं। यहीं नहीं इसे डेली करने से स्ट्रेस दूर होता है साथ ही इससे स्किन पर निखार आता है।
पुषान मुद्रा इस तरह से करें
सबसे पहले आप जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि आपका पीठ और सिर सीधा हो। अब दोनों पैरों की उंगालियों को एक साथ और एड़ियों को अलग रखें। इसके बाद अपने हिप्स को पैरों के तलवे पर टिकाएं।
इस दौरान अपने दाएं हाथ की मिडिल और इंडेक्स फिंगर को अंगूठे से टच करें। उसके बाद बाएं हाथ की मिडिल और रिंग फिंगर को अंगूठे से टच करें। अब अपनी आँखों को आराम से बंद करें और सांस लेते हुए उंगालियों से अंगूठे पर 5 से 10 मिनट तक दबाव डालते रहें। इसके बाद आप धीरे-धीरे अपनी पहली अवस्था में आयें।
वायु मुद्रा
वायु मुद्रा हाथों से जुड़ी मुद्रा है जो शरीर के अंदर वायु के सही प्रवाह को संचालित करने में हेल्प करता है। हालांकि ये मुद्रा हमारे शरीर में वात दोष को बैलेंस करने का भी काम करता है। जिससे वायु से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस व एसिडिटी प्रॉब्लम नहीं होती हैं।
इसे करने से शरीर में अत्यधिक व शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली हवा बाहर निकल जाती है। साथ ही इस मुद्रा को डेली रूटीन में शामिल करने से मन शांत और इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
जानें वायु मुद्रा करने का सही तरीका
वायु मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले पीठ को सीधा करके ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। फिर हाथों को घुटनों पर रखें। वहीं अंगूठे को छूने के लिए अपनी इंडेक्स फिंगर को फोल्ड करें और अपने अंगूठे को इंडेक्स फिंगर पर रखें।
इसके बाद धीरे से उंगली से अंगूठे को दबाएं। इस मुद्रा को शुरू में 30 सेकंड के लिए करें और उसके बाद 3 मिनट तक लेकर जाएं।
अपान मुद्रा
अपान एक ऐसी मुद्रा है जो आपकी आंखों, मुंह, कान और नाक से टॉक्सिनस पदार्थों को हटाकर बॉडी को डीटॉक्सीफाइ करने में मदद करती है। वहीं इस मुद्रा को डेली करने और ठीक से सांस लेने से वात, पित्त और कफ के असंतुलन से होने वाली समस्याओं को कंट्रोल में रखती है।
साथ ही इस मुद्रा को करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। यहीं नहीं इससे चेहरे पर निखार आता है।
अपान मुद्रा करने की विधि
इस मुद्रा को करने के लिए आप जमीन पर पीठ को सीधा करके बैठ जाएं। अब अपने थाइज पर दोनों हाथों को रखें। ऐसा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि हाथ ऊपर की तरफ हो।
अब बीच वाली और छोटी उंगली को आपस में मिलाकर अंगूठे के टिप को छूने की कोशिश करें और बाकी उंगलियों को सीधा रखें। ऐसा दोनों हाथों से करें। वहीं इस मुद्रा को करते टाइम आंखे बंद रखें और धीरे-धीरे सांस लें। फिर नॉर्मल पोजिशन में वापस आ जाएं।