मशहूर पंजाबी गायक राजवीर जवंदा पिछले हफ़्ते एक गंभीर सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। आज हादसे को सात दिन हो गए हैं, लेकिन उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। उन्हें इलाज के सातवें दिन भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम (जैसे वेंटिलेटर) पर रखा गया है ताकि उनका दिल धड़कता रहे। राजवीर को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं।
फोर्टिस अस्पताल कि तरफ से जारी छठे मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि राजवीर जवंदा अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मानसिक स्थिति में कोई ख़ास सुधार नहीं हुआ है और उनकी हृदय गति सामान्य है, इसलिए दवाईया दी जा रही हैं।
अस्पताल ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन
अस्पताल अब तक छह मेडिकल बुलेटिन जारी कर चुका है, लेकिन उनकी हालत में कोई ख़ास सुधार नहीं हुआ है। देश भर के गुरुद्वारों में राजवीर के जल्द स्वस्थ होने की दुआए की जा रही है। हादसे के बाद राजवीर के सोशल मीडिया फ़ॉलोअर्स में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। 27 सितंबर को इंस्टाग्राम पर उनके 24 लाख फ़ॉलोअर्स थे, लेकिन अब यह संख्या 26 लाख को पार कर गई है।
27 सितंबर: राजवीर जवंदा को दोपहर करीब 1:45 बजे फोर्टिस अस्पताल लाया गया। उनके सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें थीं। अस्पताल पहुचने पर उन्हें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें पहले दिल का दौरा पड़ा था। उनकी हालत बेहद नाजुक थी।
28 सितंबर: डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। न्यूरोसर्जन और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की एक टीम उनका इलाज जारी रखे हुए है। उनकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
29 सितंबर: उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन वे वेंटिलेटर पर है। डॉक्टरों की एक टीम उन पर 24 घंटे नज़र रख रही है।
30 सितंबर: उन्हें ऑक्सीजन की कमी हो रही है, जिसके कारण उनके शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। उनकी रीढ़ की हड्डी के एमआरआई से पता चला है कि उनकी गर्दन और पीठ में गंभीर चोटें आई हैं, जिसके कारण उनके हाथ और पैर कमज़ोर हो गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रखने की ज़रूरत पड़ सकती है।
1 अक्टूबर: क्रिटिकल केयर और न्यूरोसाइंस टीम की कड़ी निगरानी में उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी न्यूरोलॉजिकल स्थिति गंभीर है और अभी तक कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ