प्राचीन काल से ही सेहत को दुरुस्त रखने में योग का अहम रोल माना जाता रहा है। ऐसे में लोगों को अपने रोजमर्रा के जीवन में योग को जरूर शामिल करना चाहिए। वहीं बुजुर्गों को भी योग करना चाहिए। दरअसल उम्र बढ़ने के साथ-साथ बुजुर्गों को कई तरह की समस्याएं जैसे ज्वाइंट पेन और गठिया की समस्या होने लगती है।
ऐसे में आप इन समस्याओं को कम करने के लिए योग सहारा ले सकते हैं। योग न सिर्फ आपको फिजिकली फिट बनाता है बल्कि ये आपकी मेंटल हेलथ को भी सही रखता है। बता दें कि आज हम ऐसे ही तीन योगासन की जानकारी ले कर आए हैं जिसे लोग अपने बढ़ती उम्र के साथ यानि बुजुर्ग लोग भी आसानी कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन योगासन के बारे में-
ये योग ज्वाइंट्स को बनाता है फ्लेक्सिबल
योग से आप अपने ज्वाइंट्स को बहुत ही आसानी से फ्लेक्सिबल बना सकते हैं। कुछ हल्के योग और मुद्राएं बुजुर्ग लोगों के लिए हेल्पफूल हो सकते हैं। जब आपका ज्वाइंट फ्लेक्सिबल होता है तो आप आसानी से दिन में अपने काम कर सकते हैं।
मसल्स होता हैं मजबूत
डेली योग करने से मसल्स मजबूत होती हैं और आपके पैरों में चलने की ताकत लौट आती है। दरअसल उम्र ज्यादा होने और अन्य बीमारियों की वजह से अक्सर बुजुर्गों का बैलेंस भी ठीक से नहीं बन पाता। ऐसे में प्राणायाम और योग इन परेशानियों से मुकाबला करने के लिए भी उनको तैयार करते हैं।
जानिए बुजुर्गों के लिए ये 3 खास योगासन
माउंटेन पोज (ताड़ासन)
बुजुर्गों को माउंटेन पोज यानी ताड़ासन करना चाहिए। इसे करने से बैलेंस और कॉर्डिनेशन में सुधार होता है। यह बुजुर्गों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गिरने के जोखिम को कम करने में मदद करता है। माउंटेन पोज करने से पैरों और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती है।
माउंटेन पोज तरीके से करें
सबसे पहले दोनो पंजों को मिलाकर या उनके बीच 10 सेंटीमीटर की जगह छोड़ कर खड़े हो जायें
अब बाज़ुओं को बगल में रखें
शरीर को स्थिर करें और शरीर का वजन दोनों पैरों पर समान रूप से बांट लें
अब भुजाओं को सिर के उपर उठाएं
ट्री पोज (वृक्षासन)
वृक्षासन यानी ट्री पोज करना भी बुजुर्गों के लिए बढ़िया ऑप्शन है। इससे भी आपके बैलेंस में सुधार होता है। यह आपकी पीठ की मांसपेशियों को फ्लेक्सिबल बनाता है। इससे आपका फोकस भी बढ़ता है। साथ ही इसे करने से बुजुर्गों का मन शांत रहता है।
ट्री पोज करने कई विधि
सबसे पहले आप समतल जगह पर हाथों को बगल में रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं
अब दाहिने घुटनें को मोड़ते हुए अपने दाहिने पंजे को बाएँ जंघा पर रखें
ध्यान रहें आपके पैर का तलवा जंघा के ऊपर सीधा एवं ऊपरी हिस्से से सटा हुआ हो
बाएं पैर को सीधा रखते हुए संतुलन बनाये रखें
चेयर पोज (उत्कटासन)
अक्सर बुजुर्गों को एक बार बैठने के बाद खड़े होकर चलने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में आप चेयर पोज करके के इस परेशानी से बच सकते हैं। दरअसल इसे करने से शरीर के निचले हिस्से की ताकत बढ़ती है। साथ ही यह पैरों की ताकत को बढ़ाता है।
उत्कटासन करने का ये सही तरीका
सबसे पहले दोनों पैरों के बीच थोड़ा फासला रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं
अब हाथों को सामने की ओर फैलाते हुए हथेली ज़मीन की ओर, कुहनियां सीधी रहे
ध्यान रहे की आपके हाथ जमीन के समानांतर हों
आराम से रीढ़ की हड्डी