मां वो होती है जो खुद से पहले अपने बच्चों का सोचती है, और उनके लिए ही जीवन जीती है। अपने सपनों को दबा कर वो बच्चों के सपने पूरे करने के लिए उनके साथ लग जाती है। लेकिन बहुत सी माँ ऐसी भी है जो अपने carrier के साथ साथ घर और बच्चों की भी अच्छे से देखभाल करती है। जी हाँ आज मदर्स डे पर हम आपकी मुलाकात एक ऐसी ही carrier oriented mother से करवाने वाले हैं।
जिन्होंने अपने लाइफ में बहुत सी stages को देखने के बाद भी अपने आप को उस मुकाम पर लाकर खड़ा किया है जहाँ से उनकी लाइफ और भी हसीन हो गयी है। जी हाँ ये डॉक्टर भी हैं, ये मदर भी हैं और साइकिलिस्ट भी हैं। तो ये हैं जालंधर की डॉक्टर वनिता गोस्वामी जो एक psychologist भी हैं। इनसे हमने मदर डे के ऊपर इनके लाइफ के अनुभव के बारे में बातचीत की है। तो चलिए जानते हैं।
डॉ. वनिता गोस्वामी ने बताया कि मां बनना हरेक औरत के लिए सबसे हसीं पल होता है। जिसेयूज़ बहुत ही अच्छे से जीना चाहिए। उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि उनका मां बनना किसी सपने से कम नहीं था, क्योंकि वो एक बहुत ही carrier ओरिएंटेड महिला रही हैं।
उनके मुताबिक जब वे डॉक्टर की पढ़ाई कर रही थी, ता वैसे तो कोई दिक्कत नहीं आई लेकिन कई बार पढ़ाई के दौरान बहुत सी बाते ऐई हो जाती हैं जससे आगे बढ़ने की बजाय इंसान पीछे की तरफ देखने लगता है। लेकिन उन्होंने अपने समय में अपनी इस बात को न मानते हुए खुद के लिए रस्ते बनाये हैं और आज एक अच्छे मुकाम पर हैं।
डॉ वनिता जहाँ एक मां और डॉक्टर हैं वहीँ वे एक साइकिलिस्ट भी हैं। इसके बारे में उन्होंने बताया कि जब 2019 मेंलॉकडाउन आया तो उनकी प्रैक्टिस में कमी आई , अहोस्पितल में जाना कम हो गया, ऐसे में उन्होंने साइकिल को अपन सहारा बनाया और एक साइकिल ग्रुप में शामिल हो गयी। जिसके बाद वे कभी नहीं रुकी। उन्होंने बताया कि सबसे लंबा सफ़र उन्होंने जालंधर से अमृतसर तक किया जो 109 किलोमीटर था। रात के इस सफर में उन्होंने कई अनुभव किया। बता दें वे जालंधर की पहली महिला थी जो इतने लंबे सफर में साइकिल से गयी थी।
उन्होंने बताया कि मां और डॉक्टर, दोनों की अपनी जिम्मेदारियां हैं। दोनों को समय देना आपके खुद पर डिपेंड करता है कि आपको कैसे मैनेज करना है। इसको कोई सीखा नहीं सकता है। वहीँ उन्होंने ये बताया कि आज के दौर में आप अपने बच्चों के साथ पूरी तरह से फ्रंड के तौर पर ही बात करें, उन्हें समझे और उनका ख्याल रखें।
डॉक्टर वनिता आज के समय में मई जिम्मेदारियों को बखूबी निबाहते हुए अपने पति का बिज़नस भी संभल रही हैं। अपने पति के बिज़नस के लिए भी वे समय को अच्छे से मैनेज करती हैं। साथ ही जालंधर की नीमा विमेंस फोरम की मेम्बर भी हैं। वहां वे भी अपना अच्छे से योगदान दे रही हैं। आपको बता दें डॉ. वनिता mrs. पंजाब भी रह चुकी हैं। उन्हें मॉडलिंग करना और एक्टिंग करना अक्फी पसंद था। ऐसे में उन्हें इसमें जाने का जब मौका मिला तो वे खुद को रोक नहीं पाई।