शिरोमणि अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्होटा को 24 घंटे के अंदर पार्टी से बाहर निकालने के लिए कहा गया है। वल्टोहा ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदारों पर आरोप लगाए थे। इसी को लेकर उन्हें सबूतों के साथ आज श्री अकाल तख्त साहिब बुलाया गया था। जहां पर वह कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाए। जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब ने यह फैसला लिया है।
10 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाला जाए
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने कहा कि वल्होटा को 10 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाला जाए। क्योंकि उन्होंने जत्थेदारों का अपमान किया है। वल्टोहा ने विश्वासघात किया है और बिना इजाजत के रिकॉर्डिंग की है। उन्होंने हाल पूछने के बहाने धमकी दी है। जिस कारण उन्हें अकाली दल से 24 घंटे के अंदर पार्टी से बाहर निकला जाए।
वल्टोहा ने जत्थेदारों पर लगाए थे यह आरोप
दरअसल 2 दिन पहले विरसा सिंह वल्टोहा ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों पर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर आरएसएस और बीजेपी दबाव बना रहा है। यह दबाव सुखबीर सिंह बादल को पार्टी अध्यक्ष पद से हटाने के लिए बनाया जा रहा है। ताकि पार्टी को नेतृत्वहीन बनाया जा सके।
श्री अकाल तख्त साहिब ने पेशी के लिए बुलाया
श्री अकाल तख्त साहिब ने 13 अक्टूबर को लिखित में विरसा सिंह वल्टोहा को 15 अक्टूबर को 9 बजे तक पेश होने के आदेश दिए। जिसमें साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर वो उस समय तक पेश नहीं हुए तो हुए तो यह माना जाएगा कि विरसा सिंह वल्टोहा ने जत्थेदारों पर दबाव बनाने के लिए उनके चरित्र हनन की कोशिश की है।