DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने एयर इंडिया पर 90 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। क्योंकि एयर इंडिया ने नॉन-क्वालिफाइड क्रू मेंबर्स के साथ उड़ान भरी थी। इस बड़ी लापरवाही पर डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशंस पर 6 लाख और डायरेक्टर ऑफ ट्रेनिंग पर 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
नॉन ट्रेनर ने उड़ाई थी फ्लाइट
दरअसल एयर इंडिया ने 10 जुलाई 2024 को DGCA में एक रिपोर्ट दाखिल की थी। इस रिपोर्ट में एयर इंडिया ने DGCA को नॉन क्वालिफाईड पायलट की तरफ से फ्लाइट ऑपरेट किए जाने की जानकारी दी थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए DGCA ने जांच के आदेश दिए थे।
डॉक्यूमेंट्स और काम में कई खामियां मिलीं
इसके साथ ही DGCA ने इस उड़ान से संबंधित डॉक्यूमेंट्स और स्पॉट चेक की जांच करने के लिए कहा था। जांच के दौरान पाया गया कि एयरलाइंस की काम करने के तरीके में कई खामियां हैं, बल्कि एयर इंडिया ने तमाम अधिकारियों ने निर्धारित नियमों का बड़े स्तर पर उल्लंघन किया है।
DGCA को नहीं मिला नोटिस का संतोषजनक जवाब
DGCA ने जांच के बाद कहा कि जांच में पाया गया कि एयर इंडिया के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से कई नियमों की अनदेखी की गई। इससे सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए थे।
मार्च में भी लगा था तगड़ा जुर्माना
इससे पहले रोस्टरिंग में गड़बड़ी के चलते मुंबई-रियाद उड़ान का ट्रेनी पायलट (बिना ट्रेनिंग कैप्टन के सुपरविजन के) द्वारा संचालन किए जाने के कारण DGCA ने एयर इंडिया के दो पायलट को ग्राउंड कर दिया था। साथ ही कंपनी पर पायलट रेस्ट पीरियड रूल्स के उल्लंघन के लिए 80 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। यह मामला मार्च, 2024 का है।