पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की सेहत अभी भी नाजुक बनी हुई है। जवंदा पिछले 9 दिनों से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत में कोई सुधार नहीं देखा गया है। इसी वजह से शनिवार को अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन जारी करने से इनकार कर दिया, क्योंकि उनके स्वास्थ्य में कोई नया अपडेट नहीं है।
जवंदा वेंटिलेटर पर हैं और उनके दिमाग तक ऑक्सीजन सही तरह से नहीं पहुच पा रही है। डॉक्टरों की टीम हर घंटे उनकी सेहत की निगरानी कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रहना संभव है, और इसके पहले भी कुछ मरीज लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद होश में आए हैं।
27 सितंबर: राजवीर जवंदा को दोपहर करीब 1:45 बजे फोर्टिस अस्पताल लाया गया। उनके सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें थीं। अस्पताल पहुचने पर उन्हें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें पहले दिल का दौरा पड़ा था। उनकी हालत बेहद नाजुक थी।
28 सितंबर: डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। न्यूरोसर्जन और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की एक टीम उनका इलाज जारी रखे हुए है। उनकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
29 सितंबर: उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन वे वेंटिलेटर पर है। डॉक्टरों की एक टीम उन पर 24 घंटे नज़र रख रही है।
30 सितंबर: उन्हें ऑक्सीजन की कमी हो रही है, जिसके कारण उनके शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। उनकी रीढ़ की हड्डी के एमआरआई से पता चला है कि उनकी गर्दन और पीठ में गंभीर चोटें आई हैं, जिसके कारण उनके हाथ और पैर कमज़ोर हो गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रखने की ज़रूरत पड़ सकती है।
1 अक्टूबर: क्रिटिकल केयर और न्यूरोसाइंस टीम की कड़ी निगरानी में उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी न्यूरोलॉजिकल स्थिति गंभीर है और अभी तक कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ ।
2 अक्टूबर इसके बाद भी उन्हे अभी तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही डॉक्टर की टीम ने यह भी कहा - अभी राजवीर जवंदा को लकेर कुछ भी कहना मुश्किल है ।
3 अक्टूबर: जवंदा को लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंटिलेटर) पर रखा गया है ताकि उनका दिल धड़कता रहे।