हर माता पिता को अपने बच्चे की हाइट और हेल्दी लाइफ की टेंशन होती है। जिनके माता-पिता का कद छोटा होता है वे यही सोचते हैं कि कहीं हमारी तरह हमारे बच्चों की हाइट भी न कम हो, क्योंकि वैज्ञानिकों के अनुसार, 60-80% प्रतिशत लंबाई जीन के कारण निर्धारित होती है। 20-40% फीसदी लंबाई के लिए न्यूट्रीशन और एन्वॉयरमेंटल फैक्टर जिम्मेदार होते हैं। बच्चे के विकास में खान पान की चीजें बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं। अगर पेरेंट्स बचपन से ही उन्हें हेल्दी चीजें खिलाएं, तो उनकी सेहत और हाइट दोनों अच्छी होगी। अगर आप भी अपने बच्चे की कम हाइट से परेशान हैं, तो उनकी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर सकते हैं, जिन्हें खाने से बच्चे की हाइट में सुधार हो सकता है -
हरी पत्तेदार सब्जियां काफी फायदेमंद
बच्चे के विकास के लिए हरी सब्जियां भी खिला सकते हैं। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-के, फाइबर, फोलेट, मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स बच्चे की ग्रोथ में सहायक
बच्चों की लंबाई बढ़ाने के लिए आप उन्हें दूध, दही, पनीर आदि चीजें जरूर खिलाएं। इनमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ए, विटामिन-बी, विटामिन-डी और विटामिन-ई पाए जाते हैं। इनमें प्रोटीन और कैल्शियम भी पाए जाते हैं, जो बच्चे की ग्रोथ में सहायक है। कई बार शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी बच्चे की हाइट कम हो सकती है, इसलिए उनकी डाइट में विटामिन-डी युक्त चीजें शामिल करना जरूरी है।
केला बच्चे की लंबाई बढ़ाने में मददगार
पौष्टिक गुणों से भरपूर केला बच्चे की लंबाई बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। यह फल कैल्शियम, पोटैशियम, मैंगनीज, घुलनशील फाइबर जैसे कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इस फल को उन्हें जरूर खिलाएं।
अंडे से हाइट बढ़ने में मदद मिलेगी
अंडे प्रोटीन का समृद्ध स्रोत है। इसमें विटामिन बी2 पाया जाता है। जो बच्चे की लंबाई बढ़ाने में मददगार है। अगर आप अपने बच्चे की हाइट बढ़ाना चाहते हैं, तो उनकी डाइट में अंडे जरूर दें। इससे हाइट बढ़ने में मदद मिलेगी।
सोयाबीन हड्डियों को बनाएं मजबूत
सोयाबीन शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। जिससे लंबाई बढ़ने में मदद मिलती है। आप सोयाबीन की स्वादिष्ट डिशेज बच्चे की डाइट में शामिल कर सकते हैं।
फिश बच्चे के विकास में सहायक
बच्चे के विकास में मछली महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अलावा मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम और कई महत्वपूर्ण विटामिन्स पाए जाते हैं। जो बच्चे के विकास में सहायक है।
ये टिप्स भी आएंगे काम -
1. बच्चों को एक्टिव रखें-
शरीर जितना एक्टिव होगा, उतना ही फिट और हेल्दी रहेगा। बच्चों-किशोरों को रेगुलर एरोबिक्स, रस्सी कूदने, फुटबॉल, बैडमिंटन जैसे आउटडोर गेम खेलने को कहें। इससे उनकी हाइट में ग्रोथ हो सकती है।
2. अच्छी नींद-
बच्चों को हेल्दी रखने में नींद अहम रोल निभाती है। अपने बच्चों को कम से कम 8 घंटे की नींद कराएं। हर माता पिता को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आपके बच्चे सही और अच्छी नींद लें।
3. योग और एक्सरसाइज-
अपने बच्चों को रेगुलर योग और एक्सरसाइज करने की आदत डालें। उनसे ऐसे योग और एक्सरसाइज कराएं जो उनकी मांसपेशियों में खिचाव पैदा कर सकें। इससे हाइट बढ़ने में मदद मिल सकती है।
बच्चों की हाइट का अनुमान लगाने के लिए फॉर्मूले
पहला तरीका
माता-पिता की लंबाई को जोड़ लें। इसे या तो आप इंच में जोड़ें या सेंटीमीटर में। लड़कों की हाइट के लिए माता-पिती की लंबाई के जोड़ में 5 इंच और जोड़ दें। अगर सेंटीमीटर में जोड़ रहे हैं तो इसमें 13 सेंटीमीटर और जोड़ दें। इसके बाद इन जोड़ों के कुल योग को 2 से विभाजित कर दें। उदाहरण के तौर पर अगर मां की हाइट 150 सेंटीमीटर है और पिता की हाइट 170 सेंटीमीटर है तो इस दोनों का योग हुआ 320 सेंटीमीटर। 320 में 13 सेंटीमीटर और जोड़ देंगे यानी 333 सेंटीमीटर। अब इसमें दो से भाग दे देंगे यानी 166.5 सेंटीमीटर लड़के की अनुमानित हाइट होनी चाहिए। अगर लड़की की अनुमानित लंबाई का अंदाजा लगाना है तो माता पिता की लंबाई के कुल योग में 13 सेंटीमीटर घटा देंगे और बचे हुए अंक में दो से भाग दे देंगे। इतनी हाइट वयस्क लड़की की होनी चाहिए यानी अमूमन 15-16 साल के बच्चों की यह अनुमानित हाइट है।
दूसरा तरीका
दूसरा तरीका यह है कि बच्चा जब दो साल का हो, उस समय जो बच्चों की लंबाई है वयस्क बच्चों की लंबाई उससे दोगुनी होनी चाहिए। यह आकलन लड़कों के लिए है जबकि लड़कियां जब 18 महीने की होंगी, तब जो लंबाई है बड़े बच्चे होने पर इससे दोगुनी लंबाई होनी चाहिए यानी 18 महीने की बेबी गर्ल अगर ढ़ाई फुट की हैं तो 14-15 साल में उसकी लंबाई 5 फुट होनी चाहिए।