सर्दियों के मौसम में जुकाम, बुखार, हड्डियों में अकड़न या जोड़ों में दर्द के साथ ही पेट में अपच वगैरह की शिकायत भी हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि नियमित रूप से कुछ योग के आसनों का अभ्यास किया जाए ताकि शरीर स्वस्थ रहे। ठंड के कारण बहुत से लोग सुबह की वॉक करना भी बंद कर देते हैं। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए हेल्दी खानपान जरूरी है साथ ही अपने डेली रूटीन में कुछ योग आसनों को भी शामिल करें। इससे आपकी ओवरऑल बॉडी की एक्सरसाइज हो जाती है। आइए जानते हैं कौन से योगासनों की मदद से आप बना सकते हैं इम्युनिटी को मजबूत।
शलभासन ब्लड सर्कुलेशन का स्तर सुधारता है
इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने के लिए शलभासन बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन का स्तर सुधरता है। जिससे कई सारी बीमारियों का खतरा टल जाता है। इससे कमर दर्द भी दूर होता है।
शलभासन करने का तरीका
- मैट पर पेट के बल लेट जाएं, माथे को मैट पर रखें और बाहों के अपनी बगल में ही रखें।
- दोनों टांगों में थोड़ी सी दूरी बना लें और गहरी सांस लेते हुए सिर को उठाएं।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों और छाती को हवा में उठाएं।
- हाथों को ऊपर उठाने के दौरान हथेलियों को नीचे की तरफ ही रखें।
- जांगों की मदद से पैरों टांगों को थोड़ा और ऊपर उठाएं और इसके साथ हाथों को भी ऊपर उठाने की कोशिश करें।
- इस मुद्रा में आप अपने पेडू और छाती की ही मैट से स्पर्श करते हैं और बाकी शरीर आपका हवा में होता है।
इस मुद्रा को आप एक मिनट तक करके रख सकते हैं और उसके बाद सांस छोड़ते हुए शरीर के उठाए गए अंगों को धीरे-धीरे नीचे ले आएं। इसके बाद कुछ देर तक शरीर को आराम करने दें और फिर यही प्रक्रिया दोहराएं ।
मत्सयासन को बनाएं अपने रूटीन का हिस्सा
पेट से जुड़ी समस्याओं से दूर रहना है, तो मत्सयासन को बनाएं अपने रूटीन का हिस्सा। इस आसन के रोजाना अभ्यास से ब्लोटिंग, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्याएं कोसों दूर होती है। साथ ही सांस से जुड़ी समस्याएं भी दूर रहती हैं। और तो और ये आसन रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।
मत्स्यासन करने का तरीका
- मैट या कंबल पर पीठ के बल लेट जाएं और बाजुओं को सीधा रखें ।
- कोहनी और बांह के अगले हिस्से पर दबाव देकर छाती को ऊपर की तरफ उठाएं ।
- पीठ, छाती, व गर्दन का वजन नितंबों और कोहनियों पर आने दें और सिर के पीछे की तरफ झुका लें ।
- इसके बाद अपनी बांहों पर जोर देते हुए सिर को ऊपर लेकर आएं और छाती को नीचे जानें दें।
- यह योग प्रक्रिया को कम से कम 5 से 6 बार करें ।
हालांकि, मत्स्यासन एक जटिल योगासन है जिसे सीखने में समय लग सकता है और करते समय गलती भी हो सकती है। इसलिए आपको योग प्रशिक्षक की मदद से यह योगासन सीखने की सलाह दी जाती है।
समकोणासन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
समकोणासन को फुल पैकेज आसन कहा जा सकता है। इस आसन को करने से अपर से लेकर लोअर बॉडी तक एक्टिव हो जाती है। सबसे जरूरी कि इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जो आपको सर्दियों में होने वाली कई बीमारी से दूर रखते हैं। इस आसन को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है जो शरीर के कई फंक्शन के लिए जरूरी है।
समकोणासन करने की विधि
-सबसे पहले योगा मैट पर सीधा खड़े हो जाएं।
-अब अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
-अब शरीर को कमर से मोड़ते हुए 90 डिग्री तक नीचे की ओर झुकाएं।
-ध्यान रहे कि आपके घुटने मुड़ने नहीं चाहिए और दोनों हाथ सामने, जबकि नजरें जमीन की ओर हों।
-इस दौरान आपको लंबी गहरी सांस लेते रहना है।
-करीब 30-40 सेकंड तक इसी पोजीशन में रहना है।
-फिर हाथों को नीचा करके सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं ।
ताड़ासन एकदम आसान और फायदेमंद
शरीर को अंदर से मज़बूती बनाने और के लिए ताड़ासन एकदम आसान और फायदेमंद आसन है। रोज़ाना थोड़ी देर इस योगासन को करने से पूरी बॉडी की स्ट्रेचिंग हो जाती है। इससे शरीर की अकड़न दूर होती है और उसकी स्टेमिना बढ़ती है। सर्दियों में हर वक्त थकान और आलस का एहसास भी इस आसन को करने से दूर होता है
ऐसे करें
- इसे करने के लिए पहले पैरों के बीच दो इंच की दूरी बनाते हुए सीधे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को कंधों के बराबर लाएं, अंगुलियों को आपस में पकड़ें और कलाइयों को बाहर की ओर मोड़ें।
- धीरे-धीरे सांस अंदर लेते हुए भुजाओं को कंधों की सीध में उठाते हुए सिर के ऊपर ले जाएं। इस अवस्था में शरीर स्थिर करने के बाद धीरे-धीरे एड़ियों को जमीन से ऊपर उठाएं और पंजों के बल खड़े हो जाएं।
- अब बिना संतुलन बनाकर इसी स्थिति में 10-15 सेकंड रहें। सामान्य रूप से सांस लें और छोड़ें। शुरुआत में कठिनाई हो सकती है लेकिन नियमित प्रयास से संतुलन बनेगा।
- 10-15 सेकंड बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी एड़ी काे वापस जमीन पर रखें और अंगुलियों को खोलें। अपने हाथों को धीरे-धीरे नीचे लेकर आएं सीधे खड़े हो जाएं।