आज की भागती-दौड़ती जिंदगी में मजबूत इम्यूनिटी बनाए रखना ऑप्शन नहीं बल्कि एक जरूरत है। इम्यून सिस्टम शरीर की रक्षा तंत्र के रूप में कार्य करती है, जो हमें कई बीमारियों और इंफेक्शन से बचाती है। बैलेंस डाइट और पर्याप्त नींद जैसे कारक इम्यूनिटी को सपोर्ट करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। एक प्राचीन अभ्यास है जो हमारे शरीर की नेचुरल प्रोटेक्शन को बढ़ाने की क्षमता में सबसे आगे है वह है योग। यह मजबूत इम्यूनिटी सहित कई लाभ प्रदान करता है। आपको हम कुछ योग आसनों के बारे में बता रहे हैं जो आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करेंगे -
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने वाले योग
1. प्राणायाम
प्राणायाम योग के बेसिक आस्पेक्ट्स में से एक है। ये रेस्पिरेटरी तकनीकों पर फोकस्ड है, जो हमारी इम्यूनिटी पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। हम कैसे सांस लेते हैं यह हमारे शरीर के ऑक्सीजनेशन को प्रभावित करता है, जो बदले में हमारे इम्यून फंक्शन को प्रभावित करता है।
कपालभाति जैसे व्यायाम, जोरदार सांस छोड़ने पर जोर देते हैं, जो रेस्पिरेटरी सिस्टम को साफ करने में मदद करते हैं। यह क्लीजिंग प्रोसेस लंग्स हेल्थ और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद है। यह शरीर से टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करता है।
अनुलोम-विलोम एक और प्राणायाम तकनीक है जो एनर्जी को बैलेंस करती है। यह संतुलन मजबूत इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी है।
2. आसन: फिजिकल पोश्चर
ये फ्लेक्सिबिलिटी, पावर और बैलेंस को बढ़ावा देती है, जबकि आसन मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली के लिए फायदेमंद हैं, वे कई आंतरिक अंगों को भी उस्टिमुलेट करते हैं, उनकी फंक्शनिंग को बढ़ाते हैं।
सूर्य नमस्कार आसनों का एक डायनामिक सीक्वेंस है जो पूरे शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है। यह प्रैक्टिस इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन है क्योंकि इसमें आगे और पीछे की ओर झुकने का कॉम्बिनेशन शामिल है, जो रीढ़, नर्व्स सिस्टम और कई अंगों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
भुजंगासन या कोबरा पोज, एक और आसन है जो थाइमस ग्रंथि को उत्तेजित करता है। थाइमस ग्रंथि इम्यून सिस्टम में एक बड़ी भूमिका निभाती है।
3. मेडिटेशन: माइंड-बॉडी कनेक्शन
ध्यान योग का एक बेहतरीन कॉम्पोनेंट है जो मन-शरीर के संबंध पर केंद्रित है। यह केवल आंतरिक शांति पाने के बारे में नहीं है बल्कि हमारे शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को बढ़ाने के बारे में भी है।
माइंडफुल मेडिटेशन में उस पल में पूरी तरह से मौजूद रहना शामिल है, जो कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को कम करता है। स्ट्रेस लेवल कम होने से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
त्रिकोणासन खड़े होकर करने वाला एक महत्वपूर्ण आसन है. ‘त्रिकोण’ का अर्थ होता है, त्रिभुज और आसन का अर्थ योग है। इसका मतलब यह हुआ कि इस आसन में शरीर त्रिकोण की आकृति का हो जाता है, इसीलिए इसका नाम त्रिकोणासन रखा गया है। त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। इस योगासन को सुबह उठकर करना फायदेमंद माना जाता है।
कैसे करते हैं त्रिकोणासन
- सबसे पहले पैरों के बीच करीब 3-4 फीट की दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं।
- अब अपने दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें और जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपने शरीर को दाईं ओर मोड़ें।
-आपका बायां हाथ एक साथ ऊपर और दाहिने हाथ से फर्श को छुएं।
- दोनों हाथ एक सीध में होने चाहिए। इस पोजीशन में 15 सेकेंड तक रहें।
- श्वास लेते हुए वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं। दूसरी तरफ भी यही दोहराएं।
2. भुजंगासन से बढ़ाएं इम्युनिटी
भुजंगासन दो शब्दों भुजंग और आसन से मिलकर बना है। अंग्रेजी में इस आसन को कोबरा पोज़ कहते हैं। भुजंगासन सूर्यनमस्कार अभ्यास का हिस्सा है। 15-30 सेकंड या 5-10 सांस के लिए इस बेसिक लेवल अष्टांग योग मुद्रा को करें। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
भुजंगासन ऐसे करें -
- समतल और स्वच्छ जमीन पर दरी बिछाकर पेट के बल लेट जाएं और थोड़ी देर आराम करें।
- इसके बाद पुश अप मुद्रा में आकर शरीर के अगले हिस्से को उठाएं।
- इस आसान को अपने धड़ को आगे की दिशा में उठाकर रखना होता है।
- इस मुद्रा में अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार रहें।
- फिर पहली अवस्था में आ जाएं। इसे रोजाना दस बार जरूर करें।