वेजिटेरियन डाइट में दाल को एक बेहद जरूरी हिस्सा माना जाता है, क्योंकि अलग-अलग प्रकार को दालों में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व तो पाए जाते ही हैं, जो शरीर को कई अलग-अलग फायदे भी प्रदान करते हैं। सबसे खास बात यह है कि दाल ऐसा भोजन है, जिसे सुबह, शाम और दोपहर किसी भी समय खाया जा सकता है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप दाल को किस चीज के साथ खा रहे हैं। चावल और रोटी के शौकीनों में एक जंग हमेशा से ही होती है। चावल के शौकीन दाल चावल को बेस्ट नाश्ता बताते हैं। जबकि रोटी के शौकीनों के लिए दाल रोटी सबसे बेस्ट कॉम्बिनेशन है। वैसे भारत में राज्यों के अनुसार जैसे पहनावा बदल जाता है उसी तरह खाना भी बदल जाता है। बहुत से ऐसे राज्य हैं जहां रोटी तकरीबन न के बराबर ही खाई जाती है। खासतौर से दक्षिणी राज्यों में. इसके अलावा छत्तीसगढ़, बिहार और ओडिशा में भी चावल खूब खाए जाते हैं। उत्तर भारत के कई राज्यों में बिना रोटी के खाना पूरा नहीं होता। लेकिन इन दोनों में से हेल्दी क्या है और कौन सा कॉम्बिनेशन हमारी सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है। आपको बताते हैं -
दाल के साथ रोटी
बहुत से लोग दाल के साथ रोटी खाना पसंद करते हैं। जिस प्रकार दाल में प्रोटीन व अन्य कई पोषक तत्व हैं मौजूद होते हैं, गेहूं की रोटियां भी उससे कुछ कम नहीं है। गेंहू के आटे से बनी रोटी में प्रोटीन के साथ-साथ कई तरह के विटामिन भी होते हैं। गेंहू में 11 से 12 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है। इसलिए दाल के साथ रोटी का सेवन किया जा सकता है और यह आपके लिए एक हेल्दी ऑप्शन हो सकता है।
दाल के साथ चावल
भारत में दाल के साथ चावल खाना ज्यादातर लोगों को अच्छा लगता है और यह प्रचलित देसी आहार में से एक है। लेकिन बात यह आती है कि दाल के साथ चावल खाना कितना फायदेमंद है। वैसे तो इन दोनों का सेवन करना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन अच्छे स्वाद के कारण कई बार दाल के साथ चावल ज्यादा मात्रा में खा लिए जाते हैं और ये सफेद चावल आपका वजन बढ़ा सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों में ये शुगर भी बढ़ा सकते हैं। दाल चावल का कॉम्बिनेशन डाइजेस्ट करने में बहुत आसान होता है। आमतौर पर ये खाना एक घंटे में हजम हो जाता है। दाल चावल में कार्बोहाइड्रेट्स बहुत मिलते हैं। साथ ही इस तरह का खाना शरीर में पानी की मात्रा भी बनाए रखता है, जिससे शरीर डिहाइड्रेट नहीं होता। शरीर के लिए जरूरी अमीनो एसिड्स की चेन को भी दाल चावल का कॉम्बिनेशन पूरा करता है। इसीलिए पेट से जुड़ी कोई समस्या होने पर चावल और मूंग दाल की खिचड़ी खाने की सलाह दी जाती है।
क्या है ज्यादा हेल्दी
यदि दाल के साथ रोटी और चावल के बीच तुलना की जाए तो रोटी को ज्यादा हेल्दी विकल्प माना जाएगा, क्योंकि सफेद चावल में न्यूट्रिशन की तुलना में कैलोरी ज्यादा होती है। वहीं रोटी प्रोटीन व अन्य कई पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है। हालांकि, आप सफेद चावल की जगह ब्राउन चावल का सेवन कर सकते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
- रोजाना एक ही एक जैसा भोजन शरीर में कोई न कोई कमी का कारण बन सकता है। इसलिए चावल और रोटी या कोई अन्य अनाज को रोटेशन में खाना ज्यादा बेहतर होता है।
- शुगर पेशेंट्स के लिए चावल और गेंहू में चुनाव थोड़ा मुश्किल होता है। हालांकि उन्हें गेंहू की तुलना में चावल कम खाने की सलाह दी जाती है।
- जिन्हें ग्लूटेन से तकलीफ होती है वो भी गेंहू का आटा नहीं खा सकते। उनके लिए चना, जौ या रागी एक अच्छा ऑप्शन हो सकते हैं।