ख़बरिस्तान नेटवर्क, डेस्क : पाकिस्तान में 24 भिखारियों को मुलतान एयरपोर्ट पर सऊदी अरब जाने वाली उड़ान से उतारा गया। यह भिखारी उमरा के बहाने अरब देश जाने की कोशिश कर रहे थे ताकि वहां भीख मांग सकें। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार की खबर के मुताबिक फेडरल जांच एजेंसी (FIA) ने 30 सितंबर शनिवार रात को मुल्तान एयरपोर्ट पर से पकड़ा है। जानकारी मुताबिक पंजाब सूबे के मुल्तान एयरपोर्ट पर गत कुछ दिनों में यह दूसरी घटना थी।
2 दिन पहले पकड़े गए भिखारी
डॉन अखबार के मुताबिक दो दिन पहले भी FIA ने मुल्तान एयरपोर्ट पर सऊदी अरब जाने वाली उड़ान से 11 महिलाओं, चार पुरुषों और एक बच्चे सहित कुल 16 लोगों को उतारा था। वे उमरा वीजा पर जा रहे थे। उमरा मक्का की धार्मिक यात्रा होती है, जो साल में कभी भी की जा सकती है।
FIA इमीग्रेशन ऑफिसर तारिक महमूद ने दूसरी घटना के बाद जारी बयान में कहा कि इमीग्रेशन जांच के दौरान पता चला कि उक्त समूह सऊदी अरब भीख मांगने के इरादे से जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने (भीख मांगने के मामले में पकड़े गए लोग) बताया कि भीख में मिली आधी राशि उन्हें एजेंट को सौंपनी थी।
भीख मांगने के लिए जा रहे थे सऊदी अरब
FIA ने कहा कि पकड़े गए लोगों के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें कानूनी कार्रवाई के लिए मुल्तान में एजेंसी की मानव तस्करी रोधी इकाई के पास भेजा गया है। संघीय एजेंसी ने बताया दोषियों के खिलाफ मानव तस्करी अधिनियम 2018 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की रिपोर्ट में खुलासा
पाकिस्तान के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव ने सीनेट समिति ने खुलासा किया कि विदेश में पकड़े जाने वाले 90 फीसदी भिखारी पाकिस्तान के हैं मंत्रालय के सचिव जीशान खानजादा ने सीनेट की स्थायी समिति को पिछले महीने बताया, पाकिस्तानी भिखारी जियारत के नाम पर पश्चिम एशियाई देशों में जाते हैं। अधिकतर लोग सऊदी अरब उमरा वीजा पर जाते हैं और भीख मांगने की गतिविधियों में संलिप्त हो जाते हैं।