पंजाब में कल से भारी बारिश का दौर जारी है । वही आज भी सुबह से कई इलाकों में बारिश हो रही है , जिसे देखते हुए आज पंजाब में येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगे पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर और रूपनगर में सामान्य से ज़्यादा बारिश होने की संभावना है और यह मौसम अगले 24 घंटों तक बना रह सकता है।
जालंधर में भी सुबह से हो रही बारिश
जालंधर में भी सुबह से बारिश हो रही है, जिसके कारण लोगों को गर्मी से काफ़ी राहत मिली है। वही दूसरी तरफ सड़कों पर पानी भी जमा हो गया है । बता दे कि बारिश का दौर कल भी जारी रहने वाला है । होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और रूपनगर में आज दोबारा अच्छी बारिश के असार बन रहे हैं। लेकिन उसके बाद दो दिन बुधवार व गुरुवार को मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। लेकिन शुक्रवार से बारिश का नया दौर शुरू होगा।
वही होशियारपुर में ब्यास नदी में तेज़ हवाओं के कारण मुकेरियां के गांव मौटला के पास धुसी बांध टूट गया , जिसके करत अन 2 से 3 कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। लोगों को बचाने का काम चल रहा है। ब्यास में पानी के लगातार आने के कारण कमजोर धुसी बांध टूट गया, जिससे मुकेरियां के कई गांव इस समय पानी की लपेट में हैं।
वही हिमाचल और जम्मू में शनिवार रात से हो रही बारिश का असर राज्य के मैदानी इलाकों में साफ़ दिखाई दे रहा है। राज्य की सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हिमाचल में हो रही बारिश के कारण पठानकोट में रावी, उज और जलालिया नदियाँ उफान पर हैं।
चक्की नदी पर बना पुराना पुल नदी के बहाव में बह गया
पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्की नदी पर बना पुराना पुल नदी के बहाव में बह गया है। इतना ही नहीं, नए पुल को ख़तरे में देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से देर शाम पुल पर यातायात रोक दिया है। इसके चलते पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। रणजीत सागर बांध के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं। होशियारपुर स्थित पौंग डैम और रूपनगर स्थित नंगल डैम से पानी छोड़े जाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा।
बता दें कि पठानकोट-हिमाचल मार्ग पर भूस्खलन के कारण यातायात पहले से ही प्रभावित है। इसके कारण सतलुज और व्यास नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।बाढ़ और भूस्खलन के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। कटरा में माता वैष्णो देवी बैटरी कार मार्ग लगभग दस घंटे तक बंद रहा। मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।