पाकिस्तान में मंगलवार एक जबरदस्त आतंकी हमला हुआ है। जिसमें आतंकियों ने डेरा इस्माइल खान जिले के दाराबा इलाके में विस्फोट से भरी कार को एक इमारत से टकरा दिया। आतंकियों ने एक पुलिस स्टेशन और आर्मी बेस को निशाना बनाया है। इस हमले में 24 सैनिकों की मौत हो गई है और 34 सैनिक घायल हुए है। हमले कि जिम्मेदारी तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है।
डेरा इस्माइल खान का दरबान वह जिला है जहां पर आतंकी गतिविधियों में इजाफा होता जा रहा है। यह जिला खैबर पख्तून्ख्वां के करीब है और यह जगह तहरीक ए तालिबान (टीटीपी) का गढ़ है। इस वजह से दरबान भी आतंकी घटनाओं का खामियाजा भुगत रहा है।
चार आतंकी किए ढेर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने एक पुलिस स्टेशन और आर्मी बेस को निशाना बनाया है। इस हमले में 24 सैनिकों के मारे जाने की खबरें हैं। वहीं 2 सैनिकों की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा बलों ने गोलीबारी के दौरान चार आतंकवादियों को भी मार गिराया। इससे पहले खबर आई थी कि हमले में तीन पुलिस अधिकारी मारे गए हैं। कई लोगों की मौत तब हुई जब वो सो रहे थे और आम कपड़ों में थे। इसलिए इस बात को भी सुनिश्चित नहीं किया जा पा रहा है कि जो मारे गए थे क्या वह सभी सैन्यकर्मी थे।
TJP ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक ए जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है। इस संगठन ने पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों का दावा किया है। ग्रुप के प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इसे आत्मघाती मिशन हमला करार देते हुए कहा कि इसे मावलवी हसन गंडापुर ने अंजाम दिया था। इस संगठन के बारे में ज्यादा कोई नहीं जानता है। लेकिन कुछ लोग इसे टीटीपी का ही हिस्सा कहते हैं। हमलों में इस प्रांत में कम से कम 470 सुरक्षाकर्मी और नागरिकों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मानें तो अकेले एक साल में इस प्रांत में 1050 आतंकी घटनाएं हुई हैं।