जम्मू के कठुआ में सेना के वाहन पर सोमवार को आतंकी हमला हुआ है। इस हमले के बाद घाटी में सर्च ऑपरेशन जारी है। जानकारी के अनुसार लोई मराड़ गांव के पास आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाया।
जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना ने कठुआ जिले के पूरे मचेड़ी इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाशी की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 2 से 3 आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड के साठ हमला किया था।
इससे पहले भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई फायरिंग
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 6 और 7 जुलाई को मुदरघम और चिन्निगम फ्रिसल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग हुई थी। एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया था। 2 जवान भी शहीद हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे। इनमें एक पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठन का स्थानीय कमांडर भी था।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ हुए एनकाउंटर में सेना ने अबतक 5 आतंकी को ढेर किया है। इस दौरान दो जवान भी शहीद हुए हैं। मुदरघम में दो-तीन आतंकियों और चिनिगाम फ्रिसल में एक और आतंकी के छिपे होने की संभावना है।
आतंकी घने जंगल के रास्ते भागे
दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मंजाकोट इलाके में आतंकियों ने रविवार सुबह एक आर्मी कैंप पर हमला कर दिया।जिसके कारण एक जवान घायल हो गया। जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी घने जंगल के रास्ते भाग गए। सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ ऐसे समय में हुई हैं जब पिछले शनिवार को अनंतनाग जिले के नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले के बालटाल मार्ग से शुरू हुई श्री अमरनाथ यात्रा के कारण जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। दोनों रास्तों से तीर्थयात्रियों को कुलगाम जिले से होकर गुजरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुठभेड़ कुलगाम के मोदरगाम गांव में उस समय शुरू हुई जब आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमें इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) चला रही थीं।सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमें पर गोलीबारी होते ही जवाबी कारर्वाई की गई और मुठभेड़ शुरू हो गई।
26 जून को डोडा में 3 आतंकियों का खात्मा
इस से पहले डोडा जिले के गंडोह इलाके में 26 जून को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। सुबह 2-3 आतंकियों के इलाके में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस और सेना ने सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया था, जिसके बाद सुबह 9.50 बजे एनकाउंटर शुरू हुआ था।