कोरोना काल के बाद से ही भागदौड़ भरी जिन्दगी और अधिक तनाव के कारण लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ रहा है। इसी को देखते हुए हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य मानसिक रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। वहीँ इसी पर विषय पर यंग डॉक्टर्स क्लब के डॉक्टरों द्वारा मॉडल टाउन के Throwback cafe में 11 अक्टूबर की शाम को चर्चा की गई।
सकारात्मक रुख अपनाना..
वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के मौके पर फॅमिली फिजिशियन डॉक्टर विपुल कक्कड़ ने बताया कि इस साल मेंटल हेल्थ डे की थीम “मेंटल हेल्थ इज ए यूनिवर्सल ह्यूमन राईट” डिसाईड की गई है जिसका मकसद लोगों को जागरूक करना एवं मानसिक रोगियों के प्रति सकारात्मक रूख अपनाना है। वहीँ मौजूद डॉक्टर डालिया ने कहा कि हेल्दी लाइफ के लिए खुश रहना बहुत ही जरूरी है। आजकल अधिक भागदौड़ व तनाव के कारण डिप्रैशन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे बाहर निकलने के लिए सबसे अच्छा तरीका हंसी मजाक और एक दूसरे से बातें करना है। यदि कोई व्यक्ति इससे जूझ रहा है तो वो इस तरीके को अपनाकर जल्दी ठीक हो सकता है।
मनपसंद काम भी मानसिक रोग को ठीक कर सकता है
इस कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद डॉक्टर बिन्दर भाटिया, डॉक्टर राजीव धवन, डॉक्टर दिनेश शर्मा, डॉक्टर पुनित गौतम, डॉक्टर जतिन्दर प्रभाकर, डॉक्टर विवेक, डॉक्टर अमित, डॉक्टर दीपक कुमार ने हेल्दी मन और तन के बारे में टिप्स दिए, उन्होंने कहा कि रोजाना योग एवं एक्सरसाइज करें, दोस्तो एवं पड़ोसियों से मिलें, अपना मनपसंद काम चुने जिसमे कुकिंग, पेटिंग सिगिंग, डांसिंग कर सकते हैं। इसके आलावा परिवार के साथ समय समय पर विकेंड में कहीं घूमने जाएँ। सबसे जरुरी बात घर में अगर बड़े बुजुर्ग हैं तो उन्हें समय जरुर दें और उनके साथ अपने मन की बातों को शेयर करें क्योंकि उनका तजुर्बा हमें बहुत कुछ सिखाता है। वहीँ बच्चों को भी समय देना बहुत ही जरुरी है।
अंत में यंग डॉक्टर क्लब की तरफ से डॉक्टर विपुल कक्कड़ को पिछले एक साल से मेडिकल से जुड़े डेज को बढ़ावा देने और उनके बारे में लोगों को अवेयर करने के लिए स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।