ख़बरिस्तान नेटवर्क, चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री और मौजूदा भाजपा नेता मनप्रीत बादल के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हो चुका है। अब वह बिना बताए विदेश नहीं जा सकते हैं। बता दें कि विजिलेंस विभाग ने मनप्रीत बादल के खिलाफ प्लॉट खरीद-फरोख्त मामले में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया था। इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिसमें एक पीसीएस अधिकारी भी शामिल है।
विजिलेंस को शक है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए बादल देश छोड़कर भाग सकते हैं, इसलिए सभी एयरपोर्ट को अलर्ट पर रखा गया है। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने बादल की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। विजिलेंस ने उनके घर और अन्य ज्ञात स्थानों पर छापे मारे, लेकिन उनके मौजूदा ठिकानों का पता नहीं चला है।
मनप्रीत बादल ने वापिस ली पिटीशन
इसी के साथ 26 सितंबर को कोर्ट में मनप्रीत बादल की सुनवाई होनी थी, जिसमें मनप्रीत ने अब पिटीशन वापस ले ली है। वहीं उनके वकील का कहना है कि वह नए फैक्ट के साथ कोर्ट आएंगे और पिटीशन दायर करेंगे।
विजिलेंस ने घर में की रेड
मनप्रीत बादल के मुक्तसर जिले के बादल गांव स्थित घर पर भी विजिलेंस विभाग ने सोमवार को छापेमारी की थी। जानकारी के मुताबिक मनप्रीत को गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस विभाग की कई जगह छापेमारी जारी है। बता दें कि मनप्रीत बादल की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। विजिलेंस इस मामले में नामित लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर रही है।
कमर्शियल प्लॉट को रेजिडेंशियल में बदला
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने बठिंडा के मॉडल टाउन फेज 1 में अपना घर बनाने के लिए एक कमर्शियल प्लॉट खरीदा था और इसे रेजिडेंशियल प्लॉट में बदल दिया था। यह प्लॉट डील काफी चर्चा में रही है, क्योंकि वित्त मंत्री पर नियमों का उल्लंघन कर उक्त प्लॉट को बेहद सस्ते दाम पर खरीदने का आरोप लगा है।
मामले की शिकायत भाजपा नेता सरूप चंद सिंगला ने विजिलेंस ब्यूरो में दर्ज कराई थी, जिसके चलते विजिलेंस ब्यूरो जांच कर रहा है। पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ अग्रिम जमानत की मांग करते हुए अदालत में याचिका दायर की थी।