जालंधर नगर निगम की अलग-अलग यूनियनों ने अपनी मांगों को लेकर निगम कॉम्पलैक्स में धरना दिया। इसके साथ ही कर्मचारियों ने रोष रैली भी निकाली। यूनियन प्रधान बंटू सभ्रवाल की देख रेख में मुलाजिम ने लगभग डेढ़ घंटा काम ठप रखा एडिशनल कमिश्नर शिखा भगत के दफ्तर के बाहर धरना दिया l
बंटू सभ्रवाल ने बताया कि पिछले लंबे समय से उनकी मांगों डी ए का भत्ता, पुरानी पेशन स्कीम बहाल हों,कच्चे मुलाजिम पक्के हों आदि को पूरा नहीं किया जा रहा है। वहीं सरकार की शुरू की गई फ्री ट्रेन सर्विस के दौरान उनके धामों की अनदेखी की गई है l
इस संबंध में उन्होंने कई बार अलग-अलग निगम कमिश्नरों, निकाय मंत्रियों से बात की। लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया गया। इसलिए वह आज से काम बंद करके करके निगम प्रशासन के खिलाफ प्रर्दशन कर रहे है और जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक काम बंद रहेगा। इसका सीधे तौर पर जिम्मेदार सरकार व निगम प्रशासन रहेगा।
सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
नगर निगम कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे थे। जिसमें सबसे अहम मांग नई भर्ती को लेकर थी। मगर जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो नगर निगम कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने जालंधर के कंपनी बाग चौक के पास भर चौक में सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की।
सीवर मैन-सफाई कर्मचारियों की भर्ती की मांग
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि पिछले करीब 2 साल से आउटसोर्स मुलाजिमों की भर्ती को लेकर सरकार से मांग की जा रही थी। सरकार ने तो इसकी अनुमति दी, उसे लागू नहीं किया जा रहा है। इससे शहर वासियों सहित निगम कर्मचारियों को भी काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है। सीवर मैन और सफाई सेवकों की भर्ती नहीं की जा रही है, जिससे काम नहीं हो रहा है। जिसके चलते मजदूरन धरने पर बैठना पड़ा।
डीसी से मिलने के बाद धरना खत्म
नगर निगम कर्मचारियों ने डीसी विशेष सारंगल को मांग पत्र सौंपा। डीसी सारंगल ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि जल्द उनकी मांगों को लेकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिसके बाद कर्मचारियों ने लंच के बाद धरना खत्म किया।