पंजाब के पूर्व डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) इकबाल प्रीत सिंह सहोता जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा उनको पार्टी में शामिल करवाने और आरक्षित होशियारपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा होशियारपुर लोकसभा सीट को किसी भी सूरत में हारना नहीं चाहता है। इसलिए पुराने दिग्गज नेताओं को बजाए नए दलित चेहरे की तलाश की जा रही है। बता दें कि वे दोआबा में प्रभाव रखने वाली वाल्मीकि मजहबी सिख कम्युनिटी से आते हैं। यही कारण है कि भाजपा ने अभी तक होशियारपुर से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है।
चन्नी सरकार में बने थे एक्टिंग डीजीपी
जिला होशियारपुर के गांव दसूहा में रहने वाले 1988 बैच के अधिकारी पूर्व डीजीपी सहोता 2022 में पंजाब पुलिस से सेवामुक्त हो गए थे। उन्हें कांग्रेस सरकार ने सितंबर 2021 में एक्टिंग डीजीपी तब बनाया गया था जब पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई थी। वह कुछ समय ही डीजीपी रहे और अगले साल ही सेवामुक्त हो गए।
पिता ने लड़ा था बसपा से चुनाव
आईपीएस सहोता के पिता के लिए राजनीति नई नहीं है। उनके परिवार से उनके पिता करीब 20 साल पहले बहुजन समाज पार्टी की टिकट से दसूहा में चुनाव लड़ चुके हैं। पूर्व डीजीपी के लिए होशियारपुर से चुनाव लड़ना मुश्किल नहीं होगा। क्योंकि वह हमेशा अपने पुश्तैनी गांव से जुड़े रहे हैं। उनका परिवार इसी गांव में सक्रिय है। उनको बाहरी उम्मीदवार भी नहीं माना जा सकता है।
सांपला और सोम प्रकाश रहे सांसद
भाजपा के दिग्गज नेताओं पूर्व चेयरमैन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग विजय सांपला 2014 में होशियारपुर सीट से सांसद जीते थे। उसके बाद 2019 में भाजपा ने उनकी टिकट काटकर पूर्व आईएएस अधिकारी सोम प्रकाश कैंथ को टिकट दिया था। वह इस सीट से जीत कर केंद्र की मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री भी बने।
लेकिन पार्टी ने पहले लिस्ट में मौजूदा सांसद को उम्मीदवार न बनाकर बदलाव का ईशारा दिया है। इसलिए अब इस सीट से विजय सांपला के अलावा मौजूदा सांसद सोम प्रकाश की जगह उनकी पत्नी अनिता कैंथ टिकट के दावेदार हैं। अगर सहोता के नाम पर विचार होता है तो क्या सांपला और कैंथ की टिकट कट सकती है।
होशियारपुर में भाजपा की राह आसान नहीं
होशियारपुर लोकसभा सीट भले ही 10 साल से भाजपा के पास है। लेकिन इस बार 2024 में भाजपा के लिए यह लोकसभा सीट आसान नहीं है। आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार है और कांग्रेस के दिग्गज दलित नेता डा. राज कुमार चब्बेवाल को आप ने लोकसभा उम्मीदवार बना दिया है। ऐसे में मुकाबला कड़ा होगा। अभी कांग्रेस की तरफ से नया उम्मीदवार घोषित किया जाना बाकी है।