पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। चंडीगढ़ में मीटिंग के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे। शंभू बॉर्डर पर लगी बैरिकेडिंग फिलहाल नहीं हटाई गई है।वहीं हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है।
बता दें कि 10 जुलाई को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 7 दिन के अंदर बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे। आज इसका अंतिम दिन है। किसान फरवरी 2024 से ही धरना लगा शंभू व खन्नौरी बॉर्डर पर बैठे हुए है।
बॉर्डर पर पहुंचने लगे किसान
दिल्ली कूच के लिए पंजाब के कई जिलों से किसानों के जत्थे जींद से सटे खनौरी और अंबाला से लगते शंभू बॉर्डर पर पहुंचने लगे हैं। इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में 6 माह का राशन है। हरियाणा के गांवों में बैठकें कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को तैयार किया जा रहा है।
शुभकरण की मौत की जांच हरियाणा पुलिस को सौंपी
डल्लेवाल ने कहा कि किसान शुभकरण की मौत की जांच हरियाणा पुलिस के ही अधिकारी झज्जर पुलिस कमिश्नर को सौंप दी गई है। यह हमारे साथ बहुत बड़ा अन्याय है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से रिटायर्ड जज की अगुआई में कमीशन बनाया गया था। उस समय हरियाणा सरकार हाईकोर्ट चली गई। वहां उन्होंने जांच रोकने की मांग की।
डल्लेवाल ने कहा कि इसका मतलब साफ है कि फायरिंग उन्होंने ही की। हमरे किसान जख्मी और एक शहीद उन्होंने ने ही किया। उसके लिए ठीक ढंग से जांत न हो इसके लिए सुप्रीम कोर्ट गए।
हम सिर्फ राम लीला मैदान ही जाएंगे
किसान नेता ने ये भी कहा कि हम दिल्ली के राम लीला मैदान में जाएंगे। हमारी कोई और मंशा नहीं है। सरकार हमें जहां भी रोकती है, वे सरकार की जिम्मेदारी होगी। हमारा आंदोलन उतनी देर तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारे साथ किए वादे पूरे नहीं करती। ये हमारी डिमांड नहीं हैं, सरकार की तरफ से किए गए वादे हैं।
15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का प्लान
15 सितंबर को बहुत बड़ी महापंचायत जींद के पास होगी। इसके अलावा एक महापंचायत अंबाला के पास की जाएगी। वहीं 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी योजना है। दूसरी कोशिश है कि हम पंजाब में पंचायत करें।