जालंधर के गढ़ा रोड पर स्थित होप इमीग्रेशन के डायरेक्टर प्रदीप सिंह पर लड़की को बाहर भेजने का आरोप लगा है। इसे लेकर भारतीय किसान यूनियन उगराहां के किसान जालंधर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रैवल एजेंट ने उनकी बेटी से 23 लाख रुपए लेकर फर्जी परमिट पर यूके भेज दिया।
किसान नेता जगजीत सिंह ने बताया कि फाजिल्का के पातड़ा की लड़की को फेक वर्क परमिट पर यूके भेजा गया। जब लड़की यूके पहुंची तो उसे पता लगा कि उसका वर्क परमिट फेक है। जिस वजह से डेढ़ साल से उसे काम नहीं मिला। इस वजह से उसे दोबारा वापस बुलाना पड़ा।
जब इसके लिए पीड़िता के परिवार एजेंट को मिलने के लिए यहां पहुंचा तो उसने वादा किया कि वह पैसे वापस करेगा या फिर उन्हें वापस विदेश भेजेगा। लेकिन इस बात को लेकर 1 साल बीत चुका है फिर भी एजेंट द्वारा ना ही कोई पैसे वापस किए गए हैं और ना ही विदेशी वापस भेजा गया।
इसी मामले के लेकर किसान संगठन जब इमिग्रेशन के ऑफिस पहुंचे तो न तो वहां कोई स्टाफ कर्मी मौजूद था और न ही डायरेक्टर मौजूद था। इसके बाद उन्होंने यहां पर धरना लगाकर एजेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन के भीतर अर्जेंट उनके पैसे वापस नहीं देता या फिर कोई बात नहीं करता तो वह उसके घर के बाहर पक्का मोर्चा लगाकर रोष प्रदर्शन करेंगे।
धरने की सूचना मिलने ही थाना सात की पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंचे एएसआई सतेंद्र सिंह ने बताया कि इनके द्वारा पहले कोई भी शिकायत नहीं दी गई है। अब है जो भी शिकायत देंगे उसको लेकर अगली कार्रवाई की जाएगी।