खबरिस्तान नेटवर्क: उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए अगले 24 घंटों के लिए चारधाम यात्रा स्थगति कर दी गई है। आपको बता दें कि मौसम विभाग की ओर से राज्य के ऋषिकेश, रुड़की, रानीखेत, देहरादून, उत्तरकाशी समेत कई जिलों में 5 दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने खुद इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान मौसम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम
उन्होंने बताया कि यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा को देखते हुए यह एहतियाती कदम उठाया गया है ताकि मार्गों पर फंसे हुए श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा पाए। संबंधित जिलों के प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा गया है और राहत एवं बचाव दलों को भी एक्टिव रखा गया है।
मौसम की स्थिति देखते हुए लिया जाएगा फैसला
आयुक्त पांडेय ने कहा कि आगे की यात्रा को लेकर फैसला कल मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के बाद लिया जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील भी की गई है कि वो प्रशासन के द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों की ओर न जाएं।
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हुई तबाही
आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण बहुत तबाही हो रही है। देहरादून से बद्रीनात और केदारनाथ तक घनघोर बारिश हो रही है। अलकनंदा, मंदाकिनी और नदियों में उफान मचा हुआ है। लोगों से सुरक्षित जगहों पर रहने के लिए कहा जा रहा है। उत्तराकाशी में बादल फटने के कारण नया बन रहा होटल बह गए जिसमें से 8-9 मजदूर लापता हो गए हैं। रुद्रप्रयाग में संगम घाट पर भगवान शिव की 15 फीट मूर्ति भी पानी में डूब गई है। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम का भयानक नजारा है। वहीं नारद शिला भी डूब गई है।
उत्तरकाशी में फटा बादल
वहीं दूसरी ओर उत्तरकाशी में भी भारी बारिश के कारण काफी तबाही हुई है। जानकारी के अनुसार, यमुनोत्री मार्ग पर जगह-जगह तबाही का मंजर दिखा है। तहसील बड़कोट के सिलाई बैंड के पास बादल फटने की घटना भी सामने आई है। इसके बाद एसडीआरएफ पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंची हैं। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैंड के पास दो तीन स्थानों पर अवरुद्ध भी है। एनएच बड़कोट पर सड़क खोलने का काम भी चल रहा है।