Threatened Hindus, Yunus government showed its true colors in Bangladesh : बांग्लादेश की 13 करोड़ की आबादी में करीब 10 फीसदी हिंदू हैं। भारत की तरह बांग्लादेश के हिंदू भी दुर्गा पूजा समेत तीज-त्योहार धूमधाम से मनाते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान वहां के मंदिरों में खासी रौनक रहती है और जगह-जगह पूजा पंडाल स्थापित कर मां दुर्गा की आराधना की जाती है लेकिन बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद मोहम्मद यूनुस सरकार अपने असली रूप में आती दिख रही है। सरकार ने बाकायदा फरमान जारी कर हिंदुओं को आदेश दिया है कि दुर्गा पूजा पंडालों में बजने वाले म्यूजिक सिस्टम मस्जिदों में होने वाली अजान और नमाज के वक्त बंद कर दिए जाएं। बांग्लादेश की सरकार के इस तालिबानी फरमान का अब चौतरफा विरोध शुरू हो गया है।
अजान से 5 मिनट पहले म्यूजिक सिस्टम हो बंद
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक बांग्लादेश में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने यह आदेश जारी किया है। मंगलवार को जारी किए गए इस फरमान में जहांगीर आलम ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों के दौरान मस्जिद में अजान से 5 मिनट पहले म्यूजिक सिस्टम को बंद करना अनिवार्य होगा। इसके बाद जब तक मस्जिदों में नमाज चलेगी, तब तक पंडालों में बजने वाले सभी म्यूजिक सिस्टम और लाउडस्पीकर बंद रहने चाहिए।
ये नया तालिबानी बांग्लादेश है : इस्कॉन उपाध्यक्ष
बांग्लादेश की यूनुस सरकार के इस तालिबानी फरमान का भारत में विरोध शुरू हो गया है। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने एक्स पर पोस्ट कर इस आदेश पर विरोध जताया। पोस्ट में दास ने लिखा, बांग्लादेश में गृह मंत्री के सलाहकार फरमान जारी कर रहे हैं कि हिंदुओं को अजान से 5 मिनट पहले अपनी सभी पूजा- अनुष्ठान और संगीत बंद कर देना चाहिए वरना उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। ये नया तालिबानी बांग्लादेश है।
हसीना सरकार ढहने से कट्टरपंथी हो चुके हावी
पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिया था लेकिन अब उनकी सरकार अपने असली रूप में आती दिख रही है। बताते चलें कि हिंदुओं के ये पंडाल वहां के कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं। शेख हसीना सरकार ढहने के बाद उन कट्टरपंथियों को अपनी मनमानी करने का खुला मौका मिल गया है और इसमें यूनुस उनका बैकडोर से पूरा साथ दे रही है।