इंडो पैसिफिक महासागर से उठा चक्रवाती तूफान यागी सदी का सबसे बड़ा तूफान माना जा रहा है। यह तूफान चीन के दक्षिणी तट से टकरा गया है। इस वजह से करीब 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। चीन रेड अलर्ड पर है और सरकार ने हैनान को खाली करने का आदेश दिया है। जिससे करीब 4 लाख लोगों को प्रांत से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तूफान यागी बीते दिन हैनान के वेनचांग शहर से टकराया और इसके कारण चली हवाओं ने खूब तबाही मचाई। हैनान प्रांत में अब जीवन ठप हो गया है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। रेल, सड़क और हवाई सेवाएं बंद कर दी गई हैं। तूफान लगातार रफ्तार पकड़ रहा है और यह हैनान और ग्वांगडोंग प्रांत से होते हुए बेइबू खाड़ी की ओर जाएगा।
भारत पर भी पड़ सकता है तूफान का असर
भारतीय मौसम विज्ञानियों ने आशंका जताई है कि चीन से टकराने वाला सुपर टाइफून यागी का असर भारत पर भी पड़ सकता है। इसके कारण देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। खासकर समुद्र तटीय राज्यों कर्नाटक, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश आदि में अगले एक हफ्ते में भारी बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।
इन राज्यों में बारिश होने की संभावना
बताया जा रहा है कि 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं। इन राज्यों में बारिश होने का असर बाकी राज्यों पर भी देखने को मिल सकता है। इसलिए मौसम विभाग ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में 15 सितंबर तक बारिश होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र में पहले से ही बाढ़ आई हुई है। ऐसे में अगर अब आगे भी बारिश होती है तो हालात बिगड़ सकते हैं।
दशक का दूसरा शक्तिशाली तूफान हो सकता है
रिपोर्ट के मुताबिक, ये तूफान दशक का सबसे शक्तिशाली तूफान हो सकता है। ये जुलाई 2014 में आए सुपर तूफान रामासुन से थोड़ा ही कमजोर है, जिसने फिलीपींस, दक्षिणी चीन और वियतनाम में कहर बरपाया था।