कांग्रेसी विधायक सुखपाल खैहरा को हाईकोर्ट ने राहत देते हुए जमानत याचिका मंजूर कर ली है। सुखपाल खैहरा जल्द ही जेल रिहा होंगे। ड्रग्स केस से जुड़े मामले में उन्हें यह राहत मिली है।
2015 मामले में हुई थी गिरफ्तारी
आपको बता दें कि 3 महीने पहले सितंबर में जलालाबाद की पुलिस ने सुबह-सुबह साढ़े 5 बजे के करीब सुखपाल खैहरा को चंडीगढ़ में उनके ही घर से अरेस्ट कर लिया था। यह गिरफ्तारी साल 2015 के ड्रग्स मामले को लेकर हुई थी।
SIT की रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, सुखपाल खैहरा को 2015 के एक पुराने ड्रग केस मामले में जांच चल रही थी। इसमें DIG की अगुआई बनी SIT की रिपोर्ट के आधार पर अब उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस SIT में दो SSP भी शामिल रहे हैं। जबकि सुखपाल खैहरा का कहना है कि यह एक झूठा केस था, सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें इस केस में राहत दी है।
जानिए क्या था पूरा मामला
आपको बता दें कि जलालाबाद पुलिस ने साल 2015 में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से 2 किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, एक देसी .315-बोर पिस्तौल, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक टाटा सफारी कार बरामद हुई थी।
इस मामले में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह के साथ कथित संबंधों के कारण खैहरा का नाम सामने आया था। वहीं, खैहरा के साथ-साथ निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) जोगा सिंह, निजी सहायक मनीष, बाठ गांव (जालंधर) का एक व्यक्ति, NRI यूके निवासी चरणजीत कौर और बाजवा कलां गांव (जालंधर) के मेजर सिंह बाजवा का नाम भी मामले में सामने आया था।