भारत अब रूस से कच्चा तेल लेने की बजाए सऊदी अरब से तेल ले रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तेल की खरीद के आंकड़े दिसंबर 2023 में निचले स्तर पर पहुंच गए। पेमेंट में दिक्कत आने की वजह से भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने रूसी तेल से दूरी बनाई। हालांकि पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने इसका कारण डिस्काउंट बताया।
मंत्री हरदीप सिंह का कहना है कि जहां से सस्ता तेल मिलेगा हम वहां से ही लेंगे। सस्ते क्रूड ऑयल के भारत के पास कई ऑप्शन है। बता दें कि सऊदी अरब से तेल की खरीद में बढ़ोतरी हो रही है और भारत को खास ट्रीटमेंट देना शुरू कर दिया है।
सऊदी अरब दे रहा सस्ते में तेल
सऊदी अरब ने एशियाई देशों के लिए कच्चा तेल सस्ता कर दिया है। सऊदी की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको अरब लाइट क्रूड की कीमतें कम कर दी है। कच्चे तेल की कीमत में कटौती का फायदा भारत तो हो रहा है। सऊदी अरब की कंपनी अरामको ने फरवरी शिपमेंट के लिए कच्चे तेल की कीमत में 2 डॉलर प्रति बैरल की कटौती की है। इससे पहले कंपनी ने जनवरी लोडिंग के लिए कच्चे तेल की कीमत में 1.5 डॉलर प्रति बैरल की कटौती की थी।
भारत की इकोनॉमी बढ़ रही तेजी से
भारत की इकोनॉमी तेज रफ्तार से भाग रही है। भारत ग्लोबल इकॉनमी के लिए ग्रोथ का इंजन माना जा रहा है। जिस रफ्तार से भारत वैश्विक सप्लाई चेन बनता जा रहा है, यहां की अर्थव्यवस्था ग्रोथ कर रही है। ऐसे में इसकी कच्चे तेल की खपत और बढ़ने वाली है। ऐसे में सऊदी अरब अपने हाथों से भारत जैसे कस्टमर को जाने नहीं देना चाहता है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतो में गिरावट
सऊदी अरब से सस्ते कच्चे तेल की कीमत का असर पेट्रोल-डीजल की कीमत पर पड़ेगा। आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी आने की संभावना है। तेल की दाम में कमी का मतलब है महंगाई में कमी आना। आपको बता दें कि मई 2022 से भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में अगर पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती से भारत को फायदा होने वाला है।
दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों तेल के दाम
शहर पेट्रोल डीजल
दिल्ली 96.72 89.62
मुंबई 106.31 94.27
कोलकाता 106.03 92.76
चेन्नई 102.73 94.33