आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खराब खान-पान की वजह से बहुत से लोगों को मेटाबॉलिक डिसफंक्शन का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मेटाबॉलिक डिसफंक्शन के कारण डायबिटीज, हार्ट अटैक स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियां होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
लेकिन हाल ही में की गई शोध में इससे जुड़ी एक ओर चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इस शोध के अनुसार महिलाओं के रिप्रोडक्टिव इयर्स भी मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं मेटाबॉलिक डिसफंक्शन क्या है और इस स्टडी की पूरी सच्चाई क्या है।
क्या होता है मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन
मेटाबॉलिक डिसफंक्शन तब होता है जब शरीर में केमिकल रिएक्सन सामान्य रूप से नहीं होता है। वहीं जब पैंक्रियाज या लिवर ठीक से काम नहीं करते हैं तो मेटाबॉलिक डिसफंक्शन होने लगता है।
बता दें कि मेटाबॉलिक डिसफंक्शन होने की वजह से हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर लेवल, बॉडी फैट ज्यादा होना, कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई होना, मोटापा होना जैसी समस्याएं होने लगती है। यह सभी समस्याएं डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक आदि के खतरे को काफी बढ़ाता है।
क्या है पूरी स्टडी
हार्वड पिल्ग्रीम हेल्थ सेंटर इंस्टिट्यूट के कुछ रिसर्चर्स ने महिलाओं की रिप्रोडक्टिव एज और मेटाबॉलिक फंक्शन के बारे में संबंध खोजने की कोशिश की। वहीं इस स्टडी के दौरान शोधकर्ताओ को कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जिससे यह पता चलता है कि कुछ रिप्रोडक्टिव ट्रेट्स, क्रॉनिक मेटाबॉलिक डिजीज के खतरे को बढ़ाता है।
बता दें कि इन रिप्रोडक्टिव ट्रेट्स में जल्दी पीरियड्स का शुरू होना, पीसीओडी, अनियमित माहवारी, प्रेग्नेंसी के दौरान वजन में अधिक बदलाव आना, मेनोपॉज की उम्र और इसके क्या लक्षण नजर आ रहे हैं, प्रेग्नेंसी के दौरान फैट और शुगर लेवल में असामान्य बदलाव शामिल हैं।
शोध के दौरान मिले समीक्षा की मदद से महिलाओं में मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन से होने वाली बीमारियों का जल्दी पता लगाकर इन्हें और गंभीर होने से रोका जा सकता है।
मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन से कैसे करें बचाव
हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना
मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना बेहद जरूरी है। दरअसल हेल्दी लाइफस्टाइल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने, बीपी मैनेज करने और वजन मेंटेन करने काफी मदद मिलती है। ऐसे में हम सभी को हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना बहुत जरूरी है।
एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं
मेटाबॉलिक को बेहतर रखने के लिए आप कोई न कोई शारीरिक गतिविधियां करते रहे हैं। दरअसल एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करने से इन क्रॉनिक बीमारियों से बचाव करने में काफी मदद मिल सकती है।
ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप जितना खुद को एक्टिव रख सकते हैं उतना रखें। अगर आप ऑफिसवर्क करते है तो लंबे समय तक एक जगह बैठे न रहे बीच-बीच में ब्रेक लें, एक्सरसाइज करें आदि जैसे की बहुत सी एक्टिविटी कर सकते हैं।
हेल्दी डाइट लें
हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ हेल्दी डाइट फॉलो करना भी बहुत जरूरी है। वहीं आप हेल्दी डाइट में साबुत अनाज, फल, सब्जी, डेयरी प्रोडक्ट्स, नट्स आदि फूड आइटम्स को शामिल करें।
साथ ही आप अपनी डाइट में प्रोसेस्ड फूड्स, अधिक शुगर और अधिक नमक वाले फूड आइटम्स को कम से कम शामिल करें। इसके अलावा आप भरपूर मात्रा में पानी पीएं, नींद पूरी करें और स्ट्रेस कम बिल्कुल न लें।