आज की खराब जीवनशैली और बीते कुछ सालों में कार्डियक अरेस्ट से होने वाले मौत की खबरों में काफी ज्यादा इजाफा हो रहा है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस बीमारी के बढ़ने के पीछे की वजह कोविड-19 की वैक्सिन्स हैं।
बता दें कि हाल ही में एक स्टडी में पाया गया है कोविड-19 की वैक्सिन्स इन अचानक हो रही मौतों के लिए जिम्मेदार नहीं है। जी हां सडन एडल्ट डेथ ग्रुप और आईसीएमआर ने अचनाक हो रही मौतों के बारे में पता करने के लिए एक कंट्रोल्ड केस स्टडी की।
आइए जानते हैं इस बीमारी को लेकर स्टडी में क्या पाया गया और इसके जोखिम को कैसे रोक जा सकता है।
क्या कहती है स्टडी
लोगों की अचानक से हो रही मौत के पीछे की असली वजह जानने के लिए हाल ही में सडन एडल्ट डेथ ग्रुप और आईसीएमआर ने एक स्टडी की। इस स्टडी में आईसीएमआर-एनआईई के एक वैज्ञानिक बताते हैं कि कोविड-19 की वैक्सीन अचानक से हो रही मौतों के लिए जिम्मेदार नहीं है।
जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई है उनमें कोविड से जुड़े संभावित जोखिमों का रिस्क कम था। वहीं जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली थी उनमें कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक था।
दरअसल इस स्टडी में कोविड-19 के संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होना, अचानक मृत्यु होने का फॅमिली हिस्ट्री, स्मोकिंग व शराब पीना, मृत्यु के 48 घंटे पहले बहुत ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी आदि की वजह से कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ने की खबर सामने आई है।
हालांकि इस स्टडी से ये बात तो स्पष्ट हो गया है कि अचानक आ रहे कार्डियक अरेस्ट आकासमिक नहीं थे बल्कि उनके पीछे व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री और लाइफस्टाइल का कहीं न कहीं बहुत बड़ा हाथ है।
क्या है यह स्टडी
इस स्टडी को करने के लिए एक सर्वे करवाई गई जिसमे 18-45 वर्ष के उन लोगों को शामिल किया गया। जिनको पहले से कोई हेल्थ प्रॉब्लम नहीं थी और जिनकी अकारण ही अक्टूबर 2021 से लेकर मार्च 2023 तक अचानक मृत्यु हो गई।
बता दें कि मौखिक प्रश्नवाली के जरिए उन लोगों का डाटा इकट्ठा किया गया। जिसमें कोविड-19 इन्फेक्शन, वैक्सीनेशन, अस्पताल में भर्ती होना, लाइफस्टाइल की आदतों और घटना के 48 घंटे पहले की गई फिजिकल एक्टिविटी जैसे सवाल शामिल थे।
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट
सडन कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी गंभीर बीमारी है। जिसमें दिल एक दम से काम करना बंद कर देता है या इतनी तेजी से धड़कने लगता है कि ब्लड पंप होना बंद हो जाता है।
हालांकि कार्डियक अरेस्ट आने पर व्यक्ति बेहोश हो जाता है। वहीं यह जोखिम बिना किसी चेतावनी के आता है जिस वजह से इसे सडन कार्डियक अरेस्ट भी कहा जाता है।
कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को इस तरह से करें कम
डेली हेल्दी और संतुलित डाइट फॉलो करें
अपनी डेली रूटीन में योग या एक्सरसाइज को शामिल करें
स्ट्रेस लेने से बचें
वजन को मेंटेन रखें
7 से 8 घंटे की नींद पूरी लें
ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखें
नियमित डॉक्टर से अपना चेकअप करवाते रहें
हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें