ख़बरिस्तान नेटवर्क : पाकिस्तान के एक पूर्व मिलिट्री ऑफिसर का दावा है कि पहलगाम में आतंकी हमला पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने करवाया है, जबकि जबकि इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों ने ऐसा कुछ भी करने से रोका था।
पाकिस्तान फौज से रिटायर होने के बाद, आदिल राजा खोजी पत्रकारिता कर रहे हैं। इन दिनों वह लंदन में रहते हैं। ‘इंडिया टुडे ग्लोबल’ के एक आनलाइन प्रोग्राम में उनसे पूछा गया, “क्या इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के कोई संकेत हैं?”
आदिल ने क्या कहा
आदिल ने कहा कि - इस पर काफी विवाद रहा, लेकिन मैंने एक खोजी पत्रकार के तौर पर, इस बारे में पाकिस्तान की मिलिट्री और इंटेलिजेंस कम्युनिटी से जुड़े कई सूत्रों से पता किया। ये सूत्र इस बात पर भरोसा करते हैं कि पाकिस्तान में कानून के शासन की और लोकतंत्र की जरूरत है। सही मायने में वहां लोकतंत्र नहीं है। मुझे जो जानकारी मिली है वो ऐसे मामलों की समझ रखने वाले गंभीर लोग हैं।
क्यों करवाया हमला
आदिल राजा बोले - मैंने पाक सैन्य अधिकारी के रूप में 21 साल ड्यूटी की है। कोई मेरी देशभक्ति पर संदेह नहीं कर सकता। पाकिस्तानी खुफिया समुदाय के मेरे सूत्रों ने दावा किया है कि पहलगाम आंतकी हमला पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर के आदेश पर हुआ है। उन्होंने ये अपने निजी हितों के लिए किया।
आदिल राजा ने ये भी कहा कि इस हमले के पीछे कई और कारक भी हैं. उन्होंने कहा, आसिम मुनीर के निजी हित क्या हैं? उन पर ध्यान देने की जरूरत है। आप जानते हैं कि इसके पीछे एक फिलॉसफी है। इस पर भी विस्तार से चर्चा करने की जरूरत है। लेकिन मैं इस जानकारी पर कायम हूं कि आसिम मुनीर ने ये अपने निजी हितों के लिए किया, जबकि इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों ने उनको ऐसा कुछ भी करने से रोका था।
उन्होंने उस दर्शन के बारे में भी बात की जिसको उन्होंने मुनीर से जोड़ा था. आदिल ने कहा, एक बहुत ही पुरानी फिलॉसफी का पालन करते हुए, हमारे सैन्य अधिकारी ‘थाउजेंड कट्स’ के बारे में बात करना पसंद करते हैं।‘थाउजेंड कट्स’ का मतलब है किसी को धीरे-धीरे कमजोर करना या उसे नुकसान पहुंचाना। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में आतंकवादियों ने हमला किया. इस हमले में 26 आम नागरिकों की हत्या कर दी गई थी।
क्या है जनरल मुनीर की थ्योरी
"थाउजंड कट थ्योरी" (Thousand Cuts Theory) एक रणनीतिक अवधारणा (strategic concept) है। जिसके मुताबिक किसी बड़े दुश्मन को सीधे एक बड़े हमले से हराने के बजाय, उसे धीरे-धीरे हजार छोटे-छोटे हमलों से इतना कमजोर किया जाए कि वो खुद ही गिर जाए या हार मान ले। और आसान शब्दों में कहें तो - जैसे अगर आप किसी पेड़ को एक बार में काट नहीं सकते, तो आप उसे धीरे-धीरे हजार छोटे कट मारते हो। हर कट अकेले में बहुत असरदार नहीं होता, लेकिन समय के साथ वो पेड़ गिर ही जाता है।
पाकिस्तान की ISI (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) ने 1990s से ये रणनीति अपनाई थी, जिसमें भारत को सीधे युद्ध की बजाय छोटे-छोटे आतंकवादी हमलों, उकसावे और अस्थिरता फैलाकर कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
शातिर दिमाग है मुनीर
जनरल आसिम मुनीर को लेकर कई विवाद हुए हैं। हालांकि, पाकिस्तान की सेना और सरकार अक्सर इन मामलों को दबा देती है, लेकिन फिर भी कई रिपोर्ट्स और विश्लेषकों ने उनकी भूमिका पर सवाल उठाए हैं। आसिम मुनीर को इमरान खान ने 2019 में ISI चीफ के पद से हटाया था क्योंकि उन्होंने कथित रूप से इमरान और उनकी पत्नी के भ्रष्टाचार की रिपोर्ट तैयार की थी।
आर्मी प्रमुख बनने के बाद, मुनीर ने इमरान खान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया और 9 मई 2023 की हिंसा के बाद PTI को लगभग खत्म करवा दिया। विपक्षी नेता और PTI समर्थक कहते हैं कि आसिम मुनीर असल में पाकिस्तान में 'selected democracy' चला रहे हैं, यानी चुनावों और सियासत को सेना नियंत्रित कर रही है। आसिम मुनीर के समय Pakistan Army के व्यवसायिक हित और भी मजबूत हुए - Fauji Foundation, Bahria Foundation, आदि। सेना देश की राजनीति ही नहीं, अर्थव्यवस्था भी अपने काबू में कर रही है।