प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब के होशियारपुर में आज 30 मई को लोकसभा चुनाव 2024 की आखिरी रैली को संबोधित किया। भाजपा की पंजाब में ये फतेह रैली में पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन और आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशानें साधे। वहीं दूसरी तरफ जालंधर में पुलिस ने किसान नेता को नजरबंद कर दिया है। ये इसलिए किया गया है ताकि पीएम सिक्योरिटी में किसी तरह से किसान खलल ना डाल सकें।
इंडी गठबंधन वाले मेरा मुंह न खुलवाएं, 7 पीढ़ी के पाप निकालकर रख दूंगा
पीएम मोदी ने इंडी गठबंधन को लेकर कहा कि वह मेरा मुंह न खुलवाएं, 7 पीढ़ी के पाप निकालकर रख दूंगा। उन्होंने कहा इंडी गठबंधन वाले वीरों का अपमान करते हैं। पूर्व CDS विपिन रावत का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि सेना 26 जनवरी के लिए तैयार नहीं की जाती है।
सेना लड़ाई के लिए तैयार की जाती है। कांग्रेस वालों ने सेना पर ही राजनीति की। यह वही लोग हैं जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। इन्होंने हमारी सेनाओं को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन सेना का अपमान मोदी बर्दाश्त नहीं करेगा।
कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में डबल PHD कर ली
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में डबल PHD कर ली है। कांग्रेस की गोद से कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी (AAP) पैदा हुई है। कहते थे कि पंजाब काे नशा मुक्त करेंगे, लेकिन इन्होंने नशे को ही अपनी कमाई का तरीका बना लिया। पंजाब में दोनों पार्टियां आमने-सामने लड़ने का दावा कर रही हैं, जबकि दिल्ली में एक साथ हैं।
बुधवार रात को ही कर दिया था नजरबंद
पुलिस की ओर से किसानों को नजरबंद बुधवार(29 मई) को रात में ही कर दिया गया था। किसान यूनियन एकता सिंधूपुर के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह मछ्याणा को उन्हीं के घर में नजरबंद किया गया है। इसी तरह ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं को भी उनके घरों में पुलिस के पहरे में बिठा दिया गया है।
जानकारी मुताबिक, किसान नेता कुलविंदर सिंह मचियाना का कहना है कि पंजाब की आप सरकार भारतीय जनता पार्टी के निर्देश पर किसानों को उनके घरों में बंद कर रही है। इससे साफ है कि केंद्र सरकार बेहद डरी हुई है और पुलिस किसानों की मांगें मानने की बजाए उन पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के जालंधर दौरे के दौरान भी हिरासत में लिया गया था।
जालंधर में भी किसानों को किया था नजरबंद
बता दें कि बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालंधर के पीएपी ग्राउंड में भव्य रैली थी। जहां उन्होंने पांच लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे थे। इस दौरान भारी मात्रा में किसानों ने पीएम का विरोध करने का ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद पुलिस ने किसानों को घरों में नजर बंद कर दिया था। हालांकि जो किसान सड़कों पर उतरे, उन्हें परागपुर के पास रोक लिया गया था।