देश लगातार ट्रेनों को डिरेल करने की साजिश रची जा रही है। रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर, लोहे के गार्डर, तेल से भरी बोतले आदि रखे मिल रहे है। वहीं, रेलवे इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर पूरे देश में आरपीएफ और केंद्रीय एजेंसियां को अलर्ट पर रखा है। अब इसे लेकर रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान सामने आया है।
घटनाओं की जांच NIA को सौंपी
मंत्री ने कहा कि इस सभी मामलों की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। एजेंसी इन मामलों में अलग-अलग एंगलों पर अपनी इनवेस्टिगेशन आगे बढ़ा रही है। जांच के बाद जल्द एनआईए की ओर से अगली कार्रवाई की जाएगी।
किसानों को ट्रैक जाम करने का नुकसान खुद उठाना होगा
NIA इस एंगल से जांच कर रही है कि कहीं ट्रेनों को नुकसान पहुंचाने के लिए तो इन घटनाओं को अंजाम न दिया जा रहा। वहीं, पंजाब के किसान संगठनों के 3 अक्टूबर को 22 जगहों पर 2 घंटे के लिए रेलवे ट्रैक रोकने के ऐलान पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा ट्रैक रुकने का नुकसान किसानों को खुद उठाना होगा।
आपको बता दें कि यूपी, एमपी और राजस्थान के बाद अब पंजाब में ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची गई थी। बठिंडा में रेलवे ट्रैक पर लोहे की सरिए रखे गए थे, जिस कारण ट्रेन डिरेल हो जाए। हालांकि ट्रेन ड्राइवर की समझदारी के कारण यह हादसा होने से टल गया और उसने ट्रैक पर सरिए देख पहले ही ट्रेन को रोक दिया।
देश में लगातार आ रहे हैं ऐसे मामले
देश में लगातार ट्रेनों के डिरेल होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं, यूपी के कानपुर और एमपी के बुरहानपुर से सामने आया। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रखा हुआ था। तो वहीं बुरहानपुर में डेटोनेटर लगाया गया था और ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई थी।