ख़बरिस्तान नेटवर्क : आय से अधिक संपत्ति के मामले में मोहाली की कोर्ट ने अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की रिमांड बढ़ा दी है। कोर्ट ने मजीठिया की 4 दिन की और रिमांड बढ़ाई है। इस दौरान सरकारी वकील ने कहा कि जांच के दौरान कई अहम तथ्य सामने आए हैं। जांच के दौरान कई बेनामी संपत्तियों को पता लगा है, जिसमें शिमला में 402 हेक्टयर की बेनामी सपंत्ति भी शामिल है।
मजीठिया ने गुमराह करने की कोशिश की
सरकारी वकील ने आगे कहा कि शिमला में मजीठिया ने जांच में सहयोग नहीं किया और गुमराह करने की कोशिश की। 17-18 अकाउंट्स में 161 करोड़ कैश जमा हुए। मामला ड्रग मनी से भी जुड़ा हुआ है। वहीं बिक्रम मजीठिया के वकील ने कहा कि विजिलेंस को शिमला, चंडीगढ़, मजीठा में कुछ भी नहीं मिला है। मजीठिया की सारी इनकम घोषित की हुई है।
25 जून को किया था अरेस्ट
25 जून की सुबह-सुबह मजीठिया के घर विजिलेंस के अधिकारी रेड करने पहुंची थी। विजिलेंस के 30 अधिकारी मजीठिया के घर रेड करने पहुंचे थे। इस दौरान मजीठिया की पत्नी गनीव कौर ने विजिलेंस अधिकारियों पर धक्का मारने के आरोप भी लगाए हैं। दोपहर सवा 12 बजे मजीठिया को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया था।
FIR में 540 करोड़ रुपए की संपत्ति का जिक्र
मजीठिया पर 25 जून तड़के सुबह 4 बजे केस दर्ज किया गया था FIR के मुताबिक मजीठिया के पास 540 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जो उनकी घोषित आय से कहीं ज्यादा है। वहीं मनी लॉड्रिंग के लिए शेल कंपनियों का इस्तेमाल, संदिग्ध विदेशी लेनदेन को लेकर केस दर्ज किया गया है। वहीं विजिलेंस की टीम ने बिक्रम मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और अन्य डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं।