मोगा के धर्मकोट थाने के एसएचओ गुरविंदर सिंह भुल्लर को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने रंगेहाथ 10 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। फिरोजपुर रेंज की टीम को शिकायत मिली थी कि एसएचओ ने एक चोरी की ट्रॉली के मामले में एक लाख रुपए रिश्वत मांगी है, जिसकी डील 80 हजार रुपए फाइनल हुई।
शिकायतकर्ता सुखविंदर ने बताया कि उसने पहली बार 50 हजार रुपए दिए थे। फिर 20 हजार रुपए और दिए। दस हजार रुपए की तीसरी किश्त देने के वक्त उसे गुस्सा आया और उसने विजिलेंस से संपर्क किया। इसके बाद टीम ने उसे पकड़ लिया। आरोपी SHO के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
पंजाब में भ्रष्टाचारियों पर विजिलेंस लगातार नकेल कस रही है। अकेले लुधियाना में विजिलेंस ने 14 महीने में 35 FIR दर्ज की हैं। 57 से अधिक रिश्वखोरों को टीम ने पकड़ा है। इनमें पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू का नाम भी शामिल है।
ऐसे पकड़े जाते हैं रिश्वतखोर
रिश्वतखोरों को विजिलेंस दो तरीके से पकड़ती है। पहला रेड हैंड इसमें रिश्वतखोर को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा जाता है। उस व्यक्ति के हाथों की जब मौके पर जांच करवाई जाती है तो लाल रंग निकल आता है। जिससे स्पष्ट हो जाता है कि वह व्यक्ति भ्रष्टाचारी है, क्योंकि उसने भ्रष्टाचार के नोट को रिसीव किए होते हैं। उन नोट पर ही विजिलेंस ने आधुनिक तकनीक से ट्रैप लगाया होता है।
दूसरा हेल्पलाइन ट्रैप है। इसमें सरकार को गुप्त सूचना देकर कोई भी व्यक्ति रिश्वखोर की शिकायत दे सकता है। जिसकी जांच के बाद विजिलेंस कार्रवाई करती है।
ऐसे कर सकते हैं शिकायत
सीएम भगवंत मान की ओर से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हेल्पलाईन जारी की थी, जिस पर फोन करके विजिलेंस की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा डिपार्टमेंट की वेबसाईट पर आनलाईन शिकायत भी की जा सकती है।
यहां करें शिकायत
हेल्पलाइन : 9501 200 200
वेबसाइट : vigilancebureau-punjab-gov-in