MPox wreaks havoc in the southern state of Kerala in India : भारत के दक्षिण राज्य केरल में एमपॉक्स ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए है। स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार, 27 सितंबर को एर्नाकुलम में यूएई से लौटे 26 वर्षीय युवक में एमपॉक्स की पुष्टि की है। गौरतलब है कि केरल में एमपॉक्स का यह दूसरा मामला है जबकि देश में इस साल का तीसरा मामला है। एमपॉक्स के कहर से पूरी दुनिया प्रभावित है।
निजी अस्पताल में इलाज
मरीज का शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके नमूनों की जांच अलपुझा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब में की गई। नमूनों को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया है।
कई देशों में लोग चपेट में
जानकारी के अनुसार, दुनिया के कई देशों में लोग एमपॉक्स की चपेट में आ रहे हैं। इससे पहले मलप्पुरम के एडवन्ना के 38 वर्षीय व्यक्ति में 18 सितंबर को इस बीमारी की पुष्टि हुई थी। बाद में पता चला कि उसका संक्रमण वायरस के क्लेड 1बी स्ट्रेन के कारण हुआ था।
जिले में आइसोलेशन सुविधा
इसके बाद सभी जिलों में आइसोलेशन सुविधाएं स्थापित की गई हैं और निगरानी मजबूत की गई है। विभाग राज्य में एमपॉक्स की रोकथाम और प्रभावी उपचार के लिए दिशा-निर्देशों को अपडेट करने की भी योजना बना रहा है।
एक वायरल बीमारी है
एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। वायरस के दो अलग-अलग क्लैड हैं: क्लैड I (उपक्लैड Ia और Ib के साथ) और क्लैड II (उपक्लैड IIa और IIb के साथ)।